Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र 2025 की शुरुआत विपक्ष द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग के साथ हंगामेदार रही। दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कहा कि विपक्ष को सदन में बोलने देने चाहिए।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘देखिए सवाल यह है कि जो हाउस में डिफेंस मिनिस्टर को बोलने देते हैं और उनके लोगों को बोलने देते हैं। मगर विपक्ष से अगर कोई कुछ कहना चाहता है तो उसे कोई भी इजाजत नहीं है। मैं लोकसभा में विपक्ष का नेता हूं और मेरा हक है। वो मुझे तो कभी बोलने ही नहीं देते हैं। ये एक नया अप्रोच है। पीएम मोदी दौड़कर एक सेंकड में हाउस से निकल गए और कोई भी चर्चा नहीं की। मगर सबसे बड़ा इश्यू ये है कि अगर सरकार के लोग बोले तो हमें भी स्पेस मिलना चाहिए। हम दो शब्द कहना चाहते थे पर विपक्ष को इजाजत नहीं है।’
#WATCH | After Lok adjourned till 2 pm on the first day of the Monsoon session, LoP Lok Sabha Rahul Gandhi says, “The question is – the Defence Minister is allowed to speak in the House, but Opposition members, including me, who is the LoP, are not allowed to speak…This is a… pic.twitter.com/bD3ELbiEkd
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अगर सरकार चर्चा के लिए तैयार है तो चर्चा करे। लोकसभा में विपक्ष के नेता को बोलने दें। उन्हें क्यों नहीं बोलने दिया जाता है। अगर हर चीज के लिए सरकार तैयार हैं तो विपक्ष के नेता का मुंह क्यों बंद कर रहे हैं। खड़े हैं बोलने के लिए तो बोलने देना चाहिए।’
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े खड़गे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी ने कहा, उनका इरादा सत्र को चलने नहीं देना है। उनका इरादा सशस्त्र बलों के शौर्य पर चर्चा नहीं होने देना है। जब सत्र शुरू हुआ तो आप प्रश्नकाल में कैसे बाधा डाल सकते हैं? लोकसभा अध्यक्ष लगातार कहते रहे कि प्रश्नकाल के बाद उन्हें अनुमति दी जाएगी, लेकिन उन्होंने बाधा डाली। विपक्ष एक बाधा डालने वाला तत्व है। लोग यह सब देख रहे हैं।’
वहीं बीजेपी नेता जगदंबिका पाल ने कहा, ‘आपने देखा होगा, मैं आसन से लगातार कह रहा था, अध्यक्ष जी ने कहा कि जो भी मुद्दे उठाए जाएंगे, सरकार उन पर जवाब देने के लिए तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री जी खड़े हुए, उनकी कार्य मंत्रणा समिति की बैठक है, सरकार जवाब देने के लिए तैयार है, रक्षा मंत्री ने दोहराया। जिस तरह से उन्होंने मानसून सत्र के पहले दिन कामकाज नहीं होने दिया, उससे लगता है कि यह पूर्वनियोजित था।’ मानसून सत्र से जुड़ी बड़ी अपडेट्स के लिए पढ़ें लाइव ब्लॉग