Parliament Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होने से पहले ही लोकसभा स्थगित होने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। रक्षा मंत्री बहस की शुरुआत करेंगे। मैं सभी से उनकी बात सुनने का आग्रह करता हूं। किसी भी विपक्षी दल को पाकिस्तान की भाषा नहीं बोलनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘पार्लियामेंट में सब तैयार थे और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा 12.15 मिनट पर शुरू होनी थी। इससे ठीक 10 मिनट पहले विपक्षी दल एक नया मुद्दा लेकर आते हैं कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले एसआईआर मुद्दे पर चर्चा करे। संसद इस तरह से नहीं चलती है। पार्लियामेंट में हम लोग एक दूसरे की बातचीत सुनकर फिर बीएसी में चर्चा करके निर्णय करते हैं। फिर अचानक जब सब ने फैसला कर लिया कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करेंगे। करीब 16 घंटे तक बहस होगी। आज भी बहस होगी और फिर कल भी होगी। अचानक शर्त लेकर आना सही नहीं है। ये कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। मुझे ये बात समझ नहीं आ रही है।’
#WATCH | On Lok Sabha adjourned before commencement of discussion on Operation Sindoor, Union Minister Kiren Rijiju says, “Why are the Congress and Opposition now running away from discussion on Operation Sindoor?…””We were all ready for the discussion. 10 minutes before the… pic.twitter.com/tY25JphVBA
किरेन रिजिजू ने कहा, ‘विपक्ष ने चर्चा के लिए करीब दो महीने से मांग की थी। हम लोगों ने तो पहले ही दिन से कहा है कि हम ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अब ये कोई तरीका नहीं होता है कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से भागने के लिए आप रास्ता ढूंढ रहे हैं। ये तरीका ठीक नहीं है। ये पूरी तरह से धोखा है। यह लोकतंत्र के हिसाब से सही नहीं है।’
पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंंबरम और कांग्रेस बोल रहे हैं – शिवराज
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘विपक्षी दलों ने पलटी मारी है और ऑपरेशन सिंदूर से भागने का जो नाटक किया वो ठीक नहीं है। अभी हम लोग थोड़ी देर के बाद में संसद शुरू होने के बाद में ये जो नई कंडीशन लेकर आए हैं ये नहीं चलेगी और ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री प्रस्ताव शुरू में रखेंगे और रक्षा मंत्री जब चर्चा शुरू करें तो उनकी बात सुने और कोई भी विपक्षी पार्टी पाकिस्तान की भाषा ना बोले। विपक्ष के हंगामे से नाराज हुए ओम बिरला