कश्मीर में सोपोर के नजदीक श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे पर सेना के जवानों के साथ हुई गोलीबारी में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। सेना ने बताया कि ट्रक ने चेकपॉइंट पार कर लिया, जिसके बाद उसका 23 किलोमीटर से ज़्यादा तक पीछा किया गया। सेना के बयान के अनुसार, सैन्यकर्मियों ने ट्रक के टायरों पर गोली चलाई ताकि उसकी हवा निकल जाए और ट्रक रुक गया। सेना ने कहा कि इसके बाद वे घायल चालक को अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने घटना की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने ट्रक चालक की पहचान 32 वर्षीय वसीम अहमद मीर के रूप में की है जो सोपोर के बोमई गांव का निवासी है।
श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर सेना के शिविर और पुलिस चौकियां हैं। इसे चौड़ा करने के लिए कई जगहों पर खुदाई भी की गयी है। चिनार कोर ने एक बयान में कहा, “5 फरवरी, 2025 को आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में एक खुफिया इनपुट के आधार पर, सुरक्षा बलों द्वारा एक मोबाइल वाहन चेक पोस्ट स्थापित किया गया था। एक तेज गति से चलने वाला संदिग्ध नागरिक ट्रक देखा गया और जब उसे रुकने के लिए कहा गया तो बार-बार चेतावनी के बावजूद ट्रक नहीं रुका। इसके बजाय ड्राइवर ने चेक पोस्ट को पार करते हुए स्पीड और भी तेज कर ली।”
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बयान में आगे कहा गया है, “सतर्क सैनिकों ने 23 किलोमीटर से ज़्यादा समय तक वाहन का पीछा किया। टायरों को निशाना बनाकर गोलियां चलाई गईं, जिससे वाहन को संग्राम चौक पर रुकना पड़ा। विस्तृत तलाशी के बाद, घायल चालक को सुरक्षा बलों ने तुरंत जीएमसी बारामुल्ला पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।”
सेना के अनुसार, “ ट्रक को नजदीकी पुलिस स्टेशन भेज दिया गया है। पुलिस हिरासत में लिए गए ट्रक की विस्तृत तलाशी ली जा रही है और संदिग्ध के पिछले रिकॉर्ड की जांच जारी है।”
वहीं, दूसरी ओर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया और सवाल उठाए। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यह चौंकाने वाली बात है कि कठुआ में ‘ओजीडब्ल्यू (ओवरग्राउंड वर्कर)’ के नाम पर एक नागरिक की हत्या के बाद सोपोर के एक अन्य नागरिक को सेना ने गोली मार दी। यह कितना अजीब है कि 23 किलोमीटर से अधिक समय तक ट्रक का पीछा करने के बाद, वे टायरों पर गोली चलाने का दावा करते हैं लेकिन किसी तरह से उस पर गोली नहीं चल पाती। क्या कश्मीरियों की जान इतनी सस्ती है? आप कब तक हर किसी पर शक की सुई घुमाकर इस बेलगाम दंडहीनता को उचित ठहराते रहेंगे?” पढ़ें- पिनाका रॉकेट लॉन्चर के लिए 10 हजार करोड़ का एमओयू तैयार, रक्षा समिति ने दी मंजूरी