क्रिकेट जगत में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब मैदान के बाहर की घटनाएं सुर्खियों बन जाती हैं। कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में सामने आया है जब भारत के पूर्व ओपनर शिखर धवन और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के बीच सोशल मीडिया पर तीखी तकरार देखने को मिली। बात सिर्फ शब्दों की नहीं, बल्कि देशभक्ति, सेना और पुरानी दुश्मनी की भावनाओं से जुड़ गई।
विवाद की शुरुआत तब हुई जब शाहिद अफरीदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर टिप्पणी करते हुए भारतीय सेना पर सवाल उठाए। अफरीदी ने कहा, ‘आपकी 8 लाख की फौज कुछ नहीं कर पाई। तुम्हारे देश में हर समय आतंकवाद होता है।’ यह बात कई भारतीयों को खटकी, लेकिन सबसे सटीक जवाब शिखर धवन ने दिया।
शिखर धवन ने अफरीदी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘कारगिल में भी तुम्हें हराया था, तुम्हारी हालत पहले से ही खराब है और कितना नीचे गिरोगे? हमें अपनी सेना पर गर्व है। भारत माता की जय।’ शाहिद अफरीदी ने इस पर तंज कसते हुए शिखर धवन को ‘चाय’ ऑफर की।
शाहिद अफरीदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘छोड़ो जीत-हार को, आओ तुम्हें चाय पिलाता हूं शिखर।’ #FantasticTea’ यह टिप्पणी विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के 2019 में पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा ‘चाय पिलाने’ की घटना की ओर इशारा करती है, जिसे भारत में अपमानजनक माना गया था। विवाद यही नहीं रुका।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) 2025 में रविवार 20 जुलाई को भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मैच रद्द कर दिया गया। भारत के कई खिलाड़ियों ने कथित तौर पर इस प्रदर्शनी मैच से हटने का फैसला संवेदनशील कूटनीतिक मौकों पर, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के खिलाफ शाहिद अफरीदी की पिछली टिप्पणियों का हवाला देते हुए किया।
शाहिद अफरीदी ने मैच वाले दिन मीडिया से बात करते हुए भारत के न फड़फड़ा उठे। शाहिद अफरीदी ने सीधे तौर पर शिखर धवन को इस फैसले के लिए दोषी ठहराया। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान के अनुसार, शाहिद अफरीदी की मौजूदगी में शिखर धवन के खेलने से खुले तौर पर इनकार करने से भारतीय खेमे में भारी उथल-पुथल मच गई।
शाहिद अफरीदी ने स्थानीय पत्रकारों से कहा, ‘खेल देशों को करीब लाता है। अगर हर चीज के बीच में राजनीति आ गई तो आप आगे कैसे बढ़ेंगे? लेकिन आप जानते हैं कि हमेशा एक सड़ा हुआ अंडा होता है, जो सब कुछ खराब कर देता है।’ शाहिद अफरीदी ने शुरुआत में शिखर धवन का नाम लिए बिना निशाना साधा और बाद में भारतीय दिग्गज को ही इस विवाद का कारण बता डाला।
शाहिद अफरीदी ने शिखर धवन को ‘अड़चन डालने वाला’ करार दिया। शाहिद अफरीदी ने सुझाव दिया कि पूरी भारतीय टीम को आखिरी समय में हटने के बजाय भारत में ही रहना चाहिए था। अफरीदी ने कहा, ‘उन्होंने मैच से एक दिन पहले अभ्यास किया था। मुझे लगता है कि उन्होंने सिर्फ एक खिलाड़ी की से मैच से हटने का फैसला किया। भारतीय टीम भी बहुत निराश है। वे यहां खेलने आए थे। आपको देश के लिए एक अच्छा राजदूत बनना चाहिए, न कि शर्मिंदगी।’
दिलचस्प यह है कि शाहिद अफरीदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुद को एक शांतिप्रिय क्रिकेट दूत के रूप में पेश किया। अफरीदी ने कहा, ‘मैं यहां क्रिकेट खेलने आया हूं, राजनीति करने नहीं। अगर वह मेरी वजह से खेलना नहीं चाहते, तो मैं घर पर ही रहता। क्रिकेट चलता रहना चाहिए था। क्रिकेट के सामने शाहिद अफरीदी कौन हैं? कोई नहीं।’
अफरीदी का यह बयान अप्रैल 2025 में उस विवादास्पद बयान के विपरीत था, जिसमें पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने भारत सरकार पर पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए पहलगाम में अपने ही नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया था। अफरीदी ने पाकिस्तान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था, ‘भारत खुद आतंकवाद फैलाता है, अपने ही लोगों को मरवाता है और फिर दोष पाकिस्तान पर मढ़ देता है।’
एजबेस्टन में भारत बनाम पाकिस्तान मैच का रद्द होना सिर्फ टीम के आंतरिक फैसलों पर आधारित नहीं था। मैच की घोषणा के बाद भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त हंगामा मच गया। कई लोगों ने सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से जुड़े मैच में पूर्व भारतीय खिलाड़ियों के खेलने की नैतिकता पर सवाल उठाए। इस साल की शुरुआत में भारत द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच यह पहला क्रिकेट मैच था, जिसने कूटनीतिक दुश्मनी को और बढ़ा दिया था।
भारतीय टीम के करीबी सूत्रों ने खुलासा किया है कि भारत के खिलाफ अफरीदी की टिप्पणी के बाद कई खिलाड़ियों ने उनके साथ मैदान साझा करने में असहजता जताई। टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक शिखर धवन ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर अफरीदी मौजूद रहते हैं तो वह मैच में हिस्सा नहीं लेंगे।
इस मैच का रद्द होना दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों के लिए बड़ा झटका है। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स 2025 के आयोजकों को उम्मीद थी कि भारत बनाम पाकिस्तान मैच स्टार पावर और दर्शकों की ऊर्जा से भरपूर होगा, खासकर तब जब मैच में लगभग 18 हजार प्रशंसकों के आने की उम्मीद थी।