Maha Kumbh 2025: भगदड़ में घायल युवक ने योगी से कही ऐसी बात कि वायरल हो गया वीडियो, CM बोले- हिम्मत से काम लो

Maha Kumbh 2025 News: महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना को लेकर विपक्ष दलों ने नेता लगातार यूपी की आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोल रहे हैं। विपक्षी नेताओं का दावा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार मौत का वास्तविक आंकड़ा छिपा रही है। योगी सरकार के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर मची भगदड़ में तीस लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 60 लोगों के घायल होने की जानकारी भी दी गई थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे के बाद एक फरवरी को अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की थी। इस दौरान सीएम योगी ने प्रशासन के लोगों को सभी घायलों का समुचित इलाज करवाने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने घायलों से बातचीत में कहा कि यूपी सरकार को सभी श्रद्धालुओं की चिंता है। किसी भी घायल के इलाज और अन्य व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

योगी आदित्यनाथ के बीते शनिवार को हुए SRN अस्पताल दौरे का एक वीडियो इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सीएम योगी पीड़ितों से मुलाकात करते हुए एक युवक के बेड तक पहुंचते हैं। युवक सीएम योगी आदित्यनाथ को बताता है कि वह चित्रकूट के राजापुर से है। उसके पैर में फ्रैक्चर है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ डॉक्टरों से युवक के उपचार को लेकर अपडेट लेते हैं।

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वीडियो में बेड पर लेटा हुए युवक सीएम योगी आदित्यनाथ से कहता है, “आपकी सर, व्यवस्था हमें बहुत अच्छी लगी, आपसे हमें कोई दिक्कत नहीं है। अगर जान भी चली जाती तो कोई दिक्कत नहीं थी।” इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं, “अरे, हिम्मत से काम लो।”

घायल युवक आगे कहता है, “आप कम से कम सनातन संस्कृति को आगे तो बढ़ा रहे हैं सर… आप सर, हमारे आइकॉन हैं सर…”

महाकुंभ भगदड़ में घायल श्रद्धालुओं का सीएम योगी ने प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में जाकर उनका हाल-चाल जाना#MahakumbhStampede pic.twitter.com/xj88EqDyel

इसके बाद सीएम योगी एक बार फिर दोहराते हैं, “हिम्मत से काम लीजिए…”, जिसपर युवक कहता है कि सर, आप हैं तो हिम्मत है।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ पर बीजेपी की मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने बयान दिया है। हेमा मालिनी ने कहा, “हम कुंभ गए थे, हमने बहुत बढ़िया स्नान किया। यह सही है कि एक घटना हुई, लेकिन यह बहुत बड़ी घटना नहीं थी। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुंभ में बहुत अच्छी व्यवस्था है और सब कुछ बहुत अच्छे से किया गया है। इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे मैनेज करना बहुत मुश्किल है लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।

महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर सपा प्रमुख योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि सरकार को घटना का समय पता है। उन्होंने कहा कि कल्पना करें कि अगर घटना रात 1 बजे हुई होती और एंबुलेंस 11 बजे तक आती रहीं तो मृतकों की संख्या कितनी होती। अखिलेश ने कहा कि कई श्रद्धालु पवित्र डुबकी भी नहीं लगा पाए, उन्हें वापस लौटना पड़ा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्होंने 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की है। अब वे कह रहे हैं कि साजिश है, जो अधिकारी कह रहे हैं कि साजिश है, उन्हें केंद्र सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।

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Maha Kumbh 2025: ‘इतने लोग आ रहे हैं कि इसे मैनेज करना बहुत कठिन है…’, हेमा मालिनी बोलीं- हादसा कितना बड़ा मुझे नहीं मालूम

Maha Kumbh News: मथुरा से बीजेपी की सांसद और बॉलीवुड कलाकार हेमा मालिनी ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि महाकुंभ 2025 इतने लोग आ रहे हैं कि मैनेज करना मुश्किल है लेकिन फिर भी योगी सरकार अपना बेस्ट कर रही है।

उन्होंने भगदड़ की घटना में वास्तविक मौतों के आंकड़े से जुड़े सवाल पर कहा, “हम कुंभ में गए थे, हमने बहुत अच्छा स्नान किया… बहुत अच्छा सब कुछ हुआ… ये घटना घटी जो सही बात है लेकिन इतना बड़ा कुछ नहीं हुआ… हुआ था लेकिन वो कितना बड़ा है, क्या है… वो मुझे नहीं मालूम है… लेकिन ये बहुत अच्छी तरह से मैनेज किया गया है। हर चीज बहुत अच्छे से हो रही है। घटना को बड़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।”

इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव के महाकुंभ में ‘सेना लगाने वाले’ बयान पर रिएक्ट करते हुए हेमा मालिनी कहती हैं कि यूपी सरकार बहुत अच्छा संभाल रही है। व्यवस्था बहुत अच्छी है। इतने लोग आ रहे हैं कि इसे मैनेज करना बहुत कठिन है लेकिन फिर भी हम बेस्ट कर रहे हैं।

#WATCH | Delhi: BJP MP Hema Malini says “…We went to Kumbh, we had a very nice bath. It is right that an incident took place, but it was not a very big incident. I don’t know how big it was. It is being exaggerated…It was very well-managed, and everything was done very… pic.twitter.com/qIuEZ045Um

Maha Kumbh 2025: भगदड़ में घायल युवक ने योगी से कही ऐसी बात कि वायरल हो गया वीडियो, CM बोले- हिम्मत से काम लो

राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने कहा कि कांग्रेस नहीं पूरे देश की जनता सवाल उठा रही है। कोई हादसा हुआ है तो उसकी जिम्मेदारी ली जाए। सरकार को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए, हम फांसी चढ़ाने के लिए थोड़ी कर रहे हैं। विपक्ष को संविधान के अंदर शक्तियां मिली हैं। पीड़ित परिवारों की मदद की जानी चाहिए।

अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में बोलते हुए कहा कि महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और वहां विभिन्न व्यवस्थाएं सेना के हवाले की जाएं। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार बजट के आंकड़े दे रही है, महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे तथा घायलों के इलाज, भोजन, परिवहन आदि का आंकड़ा संसद में पेश किया जाए।

सपा प्रमुख ने कहा, “जिन्होंने सच छिपाया, उन्हें दंडित किया जाए। अगर (सरकार को) अपराध बोध नहीं है तो आंकड़े दबाए, छिपाए और मिटाए क्यों गए। आंकड़े छिपाने के लिए मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। जहां इंतजाम होना चाहिए था, वहां प्रचार हो रहा था। धार्मिक समागम में सरकार का प्रचार निंदनीय है।” अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि “डिजिटल कुंभ कराने का दावा करने वाले मृतकों की डिजिट नहीं दे पा रहे।”

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प्रयागराज में पुलिस और वकीलों में झड़प, सीएम योगी के दौरे के बीच अधिवक्ता की पिटाई पर बवाल, दारोगा निलंबित

Prayagraj News: प्रयागराज में महाकुंभ मंगलवार सीएम योगी के दौरे के बीच पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गई। हिंदू हॉस्टल के पास सीएम योगी के लिए लगाए गए बैरिकेट पर एक वकील को रोकने पर विवाद शुरू हुआ। इस दौरान चौकी प्रभारी दारोगा और सिपाहियों ने एक वकील को पीट दिया। इससे अन्य वकीलों गुस्सा गए।

इसके बाद कुछ ही देर में बढ़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंचे। वकीलों ने पास की सड़क पर खुद से बैरिकेडिंग लगाते हुए चक्काजाम की कोशिश की और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और वकीलों को समझाने की कोशिश की। वकीलों की मांग पर तत्काल नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया। मामले की जांच का आदेश भी दे दिया गया है। एक्शन के बाद किसी तरह वकील शांत हुए और पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार की सुबह भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक के साथ प्रयागराज पहुंचे थे। जिस वक्त सीएम योगी सर्किट हाउस से निकलने की तैयारी कर रहे थे। उसी समय रास्ते के सभी चौराहों को बैरिकेट कर यातायात रोका जाने लगा। यह समय वकीलों के लिए कोर्ट जाने का भी था।

हिंदू हॉस्टल चौराहे पर एक वकील ने बैरिकेट को पार करने की कोशिश की तो मौके पर मौजूद नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह से बहस हो गई। बहस के बीच दारोगा ने वकील को पीटना शुरू कर दिया। दारोगा के साथ मौजूद सिपाहियों ने भी वकील पर हाथ आजमाया।

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हाई कोर्ट वाले शहर में एक वकील की इस तरह से चौराहे पर पिटाई देख अफरातफरी मच गई। आसपास खड़े कई वकील मौके पर पहुंच गए। काफी संख्या में पुलिस वाले भी आ गए। वकीलों और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। वकीलों ने भी मौके पर ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। खुद से बैरिकेडिंग कर चक्काजाम की कोशिश की। मामला गरमाता देख अधिकारियों को जानकारी दी गई। शहर में मुख्यमंत्री और वकीलों-पुलिस के बीच बवाल की सूचना मिलते ही प्रशासनिक हलके में भी खलबली मच गई।

डीसीपी सिटी अभिषेक मौके पर पहुंचे। दारोगा पर एक्शन और मामले की गंभीरता से जांच का आदेश देकर किसी तरह अधिवक्ताओं को शांत कराया। वकीलों की मांग पर तत्काल दारोगा को निलंबित करने का आदेश भी जारी हो गया।

दारोगा अतुल सिंह को निलंबित करने का आदेस देते हुए डीसीपी ने यह भी लिखा कि चौकी इंचार्ज ने पुलिस की छवि धूमिल की है। इन पर आरोप इतने गंभीर हैं कि तत्काल निलंबित करते हुए विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। यह भी कहा गया है कि दारोगा निलंबन के दौरान पुलिस लाइंस से अटैच रहेंगे और पूर्व अनुमति के बिना मुख्यालय भी नहीं छोड़ेंगे।

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गुजरात के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अभय चुडासमा ने क्यों दिया इस्तीफा? सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में गए थे जेल

Abhay Chudasama Resignation: गुजरात के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अभय चुडासमा ने क्यों दिया इस्तीफा? सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में गए थे जेल

Abhay Chudasama News: गुजरात के सीनियर आईपीएस अफसर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अभय चुड़ास्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अभय चुड़ास्मा का रिटायरमेंट अक्टूबर, 2025 में था लेकिन 8 महीने पहले ही उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया, इसे लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अभय चुडासमा गांधीनगर में करई पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी में प्रिंसिपल के पद पर थे और एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस की रैंक उनके पास थी।

अभय चुडासमा 1999 बैच के आईपीएस अफसर हैं और सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में सीबीआई जांच के दौरान उनका नाम काफी चर्चा में आया था।

चुडासमा को 2010 में सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था और 4 साल तक चली लंबी जांच के बाद सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने भी उन्हें नौकरी पर बहाल कर दिया था।

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में जेल भी जाना पड़ा था और उन्हें कुछ वक्त के लिए गुजरात से बाहर भी रहना पड़ा था। सोहराबुद्दीन की मौत को गुजरात पुलिस के तत्कालीन डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल डीजी वंजारा ने एनकाउंटर करार दिया था। इसके कुछ महीनों बाद ही सोहराबुद्दीन के साथी रहे तुलसी प्रजापति का भी एनकाउंटर कर दिया गया था।

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सीबीआई ने आरोप लगाया था कि चुडासमा ने सोहराबुद्दीन शेख के एनकाउंटर की साजिश में अहम भूमिका निभाई थी। आरोप था कि उन्होंने मामले के अहम गवाहों को भी धमकाया था। गुजरात पुलिस ने दावा किया था कि सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर बी के संबंध पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से थे।

साल 2023 में अभय चुडासमा को करई पुलिस एकेडमी में भेजा गया था। पिछले साल ही उन्हें एडीजीपी की रैंक पर प्रमोशन दिया गया था। पिछले साल अभय चुडासमा ने कई कार्यक्रमों में भाग लिया था और तब इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थी कि वह अब राजनीति में आएंगे हालांकि उन्होंने राजनीति में आने से इनकार किया था।

अभय ने रिटायर होने से पहले ही इस्तीफा क्यों दे दिया, इसे लेकर अभी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। अभय चुडासमा की गिनती गुजरात पुलिस के शक्तिशाली पुलिस अफसरों में होती है। उन्होंने 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल बम धमाकों की जांच की थी।

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पुराने स्वरूप में लौटेगी ‘सहारनपुर की गंगा’, ढमोला नदी के भी बदलेंगे दिन, इस लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट पर होगा काम

Uttar Pradesh News: यूपी वेस्ट का प्रवेश द्वारा कहे जाने वाले सहारनपुर के लिए गुड न्यूज है। सहारनपुर के जिलाधिकारी मनीष बंसल के प्रयासों से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा सहारनपुर नगर क्षेत्र में प्रवाहित पांवधोई व ढमोला नदी के जीर्णोद्धार एवं विकास कार्यों के सर्वेक्षण के लिए तीन सदस्यों वाली टीम जिले में आ चुकी है। यह टीम जनपद में सर्वेक्षण कर परियोजना रपट तैयार करेगी। डीएम ने टीम एवं संबंधित अधिकारियों के साथ नदियों के पुनरुद्धार एवं विकास के बाबत मंथन किया और मौका मुआयना किया। 

डीएम ने बताया कि टीम दोनों नदियों का सर्वेक्षण कर रपट तैयार करेगी। ढमोला और पांवधोई नदी सहारनपुर की लाइफलाइन है, जो शहर के बीच से होकर गुजरती है। वर्तमान में इनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। नालों का गंदा पानी इसमें आता है और लोग इसमें कूड़ा भी डालते हैं। इसे साफ करने के लिए नमामि गंगे के तहत एक प्रोजेक्ट लिया गया है। इसके तहत नालों का पानी टैप करके एसटीपी बनाया जा रहा है। इससे इसके पानी को शुद्ध किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि नदियों में जमी सिल्ट, गार्बेज की सफाई, नदियों के सौंदर्यीकरण और रिवर बैंक बनाने के टीम द्वारा सर्वेक्षण कर डीपीआर बनाई जाएगी। यह एक ‘लांग टर्म प्रोजेक्ट’ है जिससे भविष्य में जनपद को बहुत लाभ होगा।

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डीएम बंसल ने बताया कि टीम जनपद प्रवास के दौरान सर्वेक्षण करने के साथ रपट तैयार करेगी। इसके लिए अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय, अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड राम बाबू, महाप्रबंधक जल-कल नगर पुरूषोत्तम, अधिशासी अभियंता निर्माण नगर निगम आलोक श्रीवास्तव, परियोजना प्रबंधक यूनिट 9, जल निगम के रवि प्रताप सिंह एवं संजीत कटियार आदि अधिकारी नामित किए गए हैं।

जिलाधिकारी मनीष बंसल ने संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन दोनों नदियों व सिटी ड्रेनेज प्लान संबंधी व क्षेत्र के मानचित्र व अन्य समस्त स्पष्ट व त्रुटिरहित सूचनाओं सहित सर्वेक्षण टीम के साथ सर्वे हेतु पूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि नदियों के जीर्णोद्धार हेतु आगे की कार्रवाई की जा सके।

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फोर व्हीलर रखने वाली महिलाओं को अब नहीं मिलेगा लाडकी बहन योजना का लाभ, महाराष्ट्र सरकार ने नियमों में किया बदलाव

महाराष्ट्र सरकार ने जुलाई 2024 में मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) शुरू की थी। तब से अब तक पात्र महिलाओं को सात किश्तों में रुपये मिल चुके हैं। पर, अब इसमें कुछ बदलाव करते हुए आज से महाराष्ट्र सरकार उन महिलाओं की पहचान करेगी और उन्हें ‘अयोग्य’ घोषित करेगी, जिन्होंने चार पहिया वाहन रखने के बावजूद लाडकी बहन योजना के तहत लाभ उठाया है।

लाडकी बहन योजना के तहत 65 वर्ष तक की आयु वाली उन महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है। इसके लिए उनके परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए, लाभार्थी के पास चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए या किसी अन्य सरकारी योजना के तहत मासिक सहायता नहीं मिलनी चाहिए। अधिकारियों के अनुसार, अकेले पुणे की 21 लाख से अधिक महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पुणे जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जामसिंह गिरासे ने कहा, “उन्हें अयोग्य घोषित करना ही एकमात्र कार्रवाई है जिसे हम करने का प्रस्ताव रखते हैं। कोई जांच नहीं होगी और न ही उन पर कोई जुर्माना लगाया जाएगा।” गिरासे ने कहा कि अधिकारी भी घर-घर जाकर ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “हमने आरटीओ से ऐसी महिलाओं की सूची जमा करने को कहा है। हम सूची के अनुसार काम करेंगे। इसमें एक महीने का समय लग सकता है।”

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इस बीच, पिंपरी-चिंचवाड़ के इंद्रायणी नगर इलाके की एक महिला लाभार्थी ने कहा कि भले ही उसके पास एक चार पहिया वाहन है लेकिन इसे 10 साल पहले खरीदा गया था। “मैंने तीन साल से ज़्यादा समय पहले अपनी नौकरी खो दी थी। मुझे कोई वेतन नहीं मिलता लेकिन मेरे पास एक चार पहिया वाहन है जिसे मैंने 10 साल पहले खरीदा था जब मैं काम करती थी। मैं क्या करूँ?”

इस पर गिरासे ने कहा, “सरकारी निर्देशों के अनुसार अगर किसी महिला के नाम पर चार पहिया वाहन है तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।”

वहीं, पुणे कांग्रेस के प्रवक्ता गोपाल तिवारी ने सरकार की इस कार्रवाई को महिलाओं के लिए अमानवीय” और अपमानजनक करार दिया। उन्होंने कहा, “कुछ महिलाओं के पास चार पहिया वाहन हो सकता है। कई महिलाओं ने कोविड-19 महामारी से पहले इसे खरीदा था। कोविड के दौरान, पुणे के कई निवासियों ने अपनी नौकरी खो दी। वे अपनी ईएमआई का भुगतान करने की स्थिति में भी नहीं थे। कुछ अभी भी नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर ऐसे व्यक्ति के पास अभी भी कार है, लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है, तो क्या सरकार उन्हें अयोग्य घोषित करेगी? यह केवल महिलाओं के प्रति सरकार के अमानवीय और अपमानजनक रवैये को दर्शाता है।” पढ़ें- दिल्ली चुनाव से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स

Happy Basant Panchami 2025 Wishes Images LIVE: मां सरस्वती के आगमन का उत्सव मनाएं…यहां से चुनें बसंत पंचमी के बेस्ट बधाई संदेश और तस्वीरें

Happy Basant Panchami 2025 Wishes Images, Quotes, Messages LIVE: बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है। देश के कई हिस्सों में बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस शुभ दिन पर लोग एक दूसरे को बधाई भी देते हैं। ऐसे में सरस्वती पूजा की आप सभी को बधाई। आप अपनों को भी यहां से चुनकर कुछ बेहतरीन बधाई संदेश भेज सकते हैं।

Happy Basant Panchami (Saraswati Puja) 2025 Wishes Images, Messages

Happy Basant Panchami Saraswati Puja 2025 Wishes, Images, Quotes, Status, Messages Live: यहां से चुनें बसंत पंचमी के बधाई संदेश-

सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्योहार,

जीवन में खुशियां लाएगा अपार,

सरस्वती विराजें आपके द्वार,

शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार।

सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

ज्ञान का दीपक जलाएं, भजन और गीत गाएं।मां सरस्वती के आगमन का उत्सव मनाएं।

हैप्पी बसंत पंचमी

गूंजे वीणा का मधुर संगीत, हर मन में भर जाए नई प्रीत

ज्ञान का उजियारा फैले, हर दिल में नई उम्मीद।

बसंत पंचमी की बधाई

सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी,विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा।

बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं

फूलों की वर्षा, शरद की फुहार,

सूरज की किरणें, खुशियों की बहार,

चंदन की खुशबू, अपनों का प्यार,

मुबारक हो आप सबको, बसंत पंचमी का त्योहार।

सरसों का रंग बसंत की पहचान, खुशियां फैलाए यही अरमान।

ज्ञान का दीप जले हर द्वार, ऐसी हो बसंत पंचमी इस बार।

शुभ बसंत पंचमी

बसंत का ये प्यारा त्योहार, जीवन में लाए खुशियों की बहार

ज्ञान की रोशनी से सजे हर घर, मां सरस्वती करें सबका उद्धार।

बसंत पंचमी की शुभकामनाएं

मां तू स्वर की है दाता,तू ही है वर्णों की ज्ञाता,तुझमें ही नवाते हम शीश,हे मां सरस्वती दे हमें अपना आशीष।

बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

मां सरस्वती की कृपा अर्जित करें,दुष्कर्मो को जीवन में वर्जित करें,बना रहे सदा आपस में प्यार और दुलार,आओ मिलकर मनाएं बसंत पंचमी का त्योहार।

बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!

वीणा लेकर हाथ में मां सरस्वती हो आपके साथ में,

मिले मां का आशीर्वाद हर दिन,

मुबारक हो आपको सरस्वती पूजा का ये दिन।

Basant Panchami Wishes In Hindi

पीले-पीले सरसों के फूल,

पीली उड़ी पतंग,

रंग बरसे पीले और छाए सरसों की उमंग,

जीवन में आपके रहे हमेशा बसंत के ये रंग.

आपके जीवन में बनी रहे खुशियों की तरंग,

हैप्पी बसंत पंचमी 2025

एकबार फिर आई बसंत,

फूलों पर रंग लाई बसंत,

बज रहे हैं जल तरंग,

दिल में हो उमंग, खुशियों के संग

बसंत पंचमी की शुभकामनाएं!

सरस्वती नमस्तुभ्यं,

वरदे कामरूपिणी,

विद्यारम्भं करिष्यामि,

सिद्धिर्भवतु मे सदा।

सरस्वती पूजा की हार्दिक बधाई!

तू श्वेतवर्णी कमल पर विराजे,

हाथों में वीणा मुकुट सर पे साजे,

मन से हमारे मिटा दो अंधेरे

उजालों का हमको संसार दे मां।

आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

जीवन का यह बसंत,आप सबको खुशियां दे अनंत,प्रेम और उत्साह का, भर दे जीवन में रंग,बसंत पंचमी की बधाई!

सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी,विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा।बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

जीवन का यह बसंत,आप सबको खुशियां दे अनंत,प्रेम और उत्साह का, भर दे जीवन में रंग,बसंत पंचमी की बधाई!

शारदा शारदाम्भोजवदना वदनाम्बुजे।

सर्वदा सर्वदास्माकं सन्निधिं सन्निधिं क्रियात्॥

बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई!

Basant Panchami 2025 Wishes Images

मां सरस्वती की कृपा हो,

दुष्कर्मो को जीवन में वर्जित करें,

बना रहे सदा आपस में प्यार और दुलार,

आओ मिलकर मनाएं बसंत पंचमी का त्योहार।

आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

सरस्वती पूजा के इस धन्य दिन पर,आप हर्षित पीला वस्त्र पहनें और सरसों के खेतों की तरह खिलें;पतंग उड़ाने का आनंद लें और उनकी तरह आकाश में उड़ें।बसंत पंचमी की शुभकामनाएं!

लेकर मौसम की बहार आयाबसंत ऋतू का त्योहार आओ हम सब मिलके मनाएंदिल में भर के उमंग और प्यार,सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं!

मंदिर की घंटी,

आरती की थाली,

नदी के किनारे सूरज की लाली,

जिंदगी में आए खुशियों की बहार,

आपको मुबारक हो बसंत पंचमी का त्योहार।

बसंत पंचमी के दिन लोग पीले वस्त्रों को धारण करते हैं और मां सरस्वती की आराधना करते हैं। इस दिन मां सरस्वती को लोग पीले पकवान का भी भोग लगाते हैं। मालूम हो कि बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु का आधिकारिक तौर पर आगमन हो जाता है। मान्यताओं के मुताबिक, इसी पवित्र तिथि को मां सरस्वती प्रकट हुई थीं।

Delhi Assembly election 2025: क्या दिल्ली का चुनाव तय करेगा इंडिया गठबंधन का भविष्य? राहुल-केजरीवाल की लड़ाई क्यों है BJP के लिए खुशी की वजह

Rahul Gandhi Sheeshmahal Remark: दिल्ली के विधानसभा चुनाव से न सिर्फ राजधानी की राजनीति पर बल्कि केंद्र की राजनीति पर भी बड़ा असर होने जा रहा है क्योंकि इंडिया गठबंधन के दो बड़े नेता- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आमने-सामने आ गए हैं। निश्चित रूप से बीजेपी इससे खुश हो रही होगी। यहां यह बात भी दिलचस्प है कि 8 महीने पहले दिल्ली में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर ही दिल्ली में बीजेपी के खिलाफ चुनावी लड़ाई लड़ी थी। तब राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के निशाने पर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होते थे लेकिन आज यह दोनों नेता एक-दूसरे पर व्यक्तिगत हमले करने से भी नहीं चूक रहे हैं।

राहुल गांधी ने मंगलवार को दिल्ली में हुई अपनी चुनावी सभा में अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले बोले। राहुल ने केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल उठाया और कहा कि वह पहले छोटी गाड़ी में चलते थे। दिल्ली में उन्होंने बहुत बड़ा शराब घोटाला किया। राहुल ने यहां तक कहा कि केजरीवाल ने खुद के लिए शीशमहल बनवा लिया।

राहुल ने केजरीवाल की ‘नए तरीके की राजनीति’ को लेकर सवाल उठाया और कहा कि दिल्ली दंगे के दौरान वह चुप बैठे रहे। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी से अरविंद केजरीवाल कांप जाते हैं।

ईमानदारी का चोला ओढ़कर आएसबसे बड़ा शराब घोटाला कर दिया ये है केजरीवाल की राजनीति pic.twitter.com/lb15YkxZDE

अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी के तीखे हमलों का जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने X हैंडल पर सवाल उठाया, “राहुल गांधी और उनके परिवार को नेशनल हेराल्ड के घोटाले में अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। रॉबर्ट वाड्रा को बीजेपी से क्लीन चिट कैसे मिल गई है।” केजरीवाल ने पूछा कि राहुल गांधी राजमहल को लेकर क्यों चुप हैं? आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के सरकारी आवास को राजमहल कहती है।

मोदी जी तो शराब घटोले जैसा फ़र्ज़ी केस बनाकर भी लोगों को जेल में डाल देते हैं। आप और आपका परिवार नेशनल हेराल्ड जैसे ओपन एंड शट केस में अभी तक गिरफ्तार क्यो नहीं हुए? रॉबर्ट वाडरा को बीजेपी से क्लीन चिट कैसे मिल गई? डर और बहादुरी पर ज्ञान ना ही दें तो अच्छा है। देश जानता है कौन… https://t.co/leVJ3abx2L

निश्चित रूप से देश की राजनीति पर नजर रखने वाले तमाम पत्रकारों, राजनीतिक विश्लेषकों और एनडीए के साथ ही इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भी कभी इस बात की कल्पना नहीं की थी कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल इस तरह एक दूसरे के आमने-सामने आ जाएंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर इससे पहले भी इन दोनों नेताओं के बीच हल्की नोक-झोंक देखने को मिली थी लेकिन उसके बाद मामला शांत होता दिख रहा था। राहुल गांधी ने सीलमपुर की एक चुनावी रैली में कहा था कि जब भी कांग्रेस जाति जनगणना की बात करती है तो नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल कुछ नहीं बोलते हैं। इसके जवाब में केजरीवाल ने भी कहा था कि राहुल गांधी कांग्रेस को बचाने की जबकि वह देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

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आम आदमी पार्टी की चुनावी राजनीति को देखने से एक बात साफ समझ में आती है कि AAP का आगे आना कांग्रेस के लिए बेहद घाटे का सौदा साबित हुआ है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के आने से पहले कांग्रेस लगातार 15 साल तक सरकार चला चुकी थी लेकिन आज दिल्ली में कांग्रेस की यह हालत हो गई है कि वह पिछले दो चुनाव में 0 सीटों से आगे नहीं बढ़ पाई। जबकि 2013 में पहली बार कांग्रेस के समर्थन से ही केजरीवाल सीएम बने थे।

इसके अलावा पंजाब में कांग्रेस को हटाकर आम आदमी पार्टी सत्ता में आ गई। गोवा और गुजरात में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ। कांग्रेस को एक बड़ा नुकसान यह भी हुआ कि विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस के लगातार कमजोर होने की वजह से अरविंद केजरीवाल एक मजबूत नेता के रूप में उभरे।

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इसका असर इंडिया गठबंधन के बाकी नेताओं पर भी पड़ा और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने खुलकर ऐलान कर दिया कि वे कांग्रेस के साथ नहीं हैं बल्कि आम आदमी पार्टी के साथ हैं। निश्चित रूप से देश की सबसे पुरानी पार्टी और लंबे वक्त तक अपने दम पर केंद्र में सरकार चला चुकी कांग्रेस के लिए यह बहुत बड़ा झटका था और उसका अपमान भी था।

राहुल गांधी इस बात को बहुत बेहतर ढंग से जानते हैं कि अगर उन्हें बीजेपी का मुकाबला करना है और केंद्र की सत्ता से एनडीए सरकार को हटाना है तो राज्यों में मजबूती से चुनाव लड़ना होगा लेकिन 2014 के बाद से ही कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है और केंद्र में भी वह कमजोर हो गई है। हालांकि इस बार उसने लोकसभा चुनाव में पिछली बार के मुकाबले अपनी सीटें लगभग दोगुनी की लेकिन राज्यों में आज भी उसकी पकड़ काफी कमजोर है। कुल मिलाकर तीन राज्यों- कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में ही वह अपने दम पर सरकार चला रही है।

लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में वह हार चुकी है। ऐसे में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की कोशिश है कि कांग्रेस कम से कम ताकत से चुनाव लड़ती हुई दिखाई दे भले ही नतीजे कुछ भी हों।

शायद इसी रणनीति पर चलते हुए राहुल गांधी ने सीधे अरविंद केजरीवाल पर ऐसे तीखे हमले किए जिसका अंदाजा किसी को नहीं था।

अब सवाल यह है कि विपक्ष के दो बड़े नेताओं की यह लड़ाई कहां जाकर रुकेगी क्योंकि 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके होंगे। अगर चुनाव नतीजों में आम आदमी पार्टी को कांग्रेस की वजह से राजनीतिक नुकसान होता है तो यह तय माना जाना चाहिए कि इससे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच खाई और चौड़ी हो जाएगी।

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यह कहा जा सकता है कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी दोस्ती से लेकर कट्टर दुश्मनी की ओर आगे बढ़ रहा है और इसका सीधा असर इंडिया गठबंधन पर पड़ सकता है।

अगर अरविंद केजरीवाल दिल्ली में लगातार तीसरी बार अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब रहे तो वह 2029 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का नेता बनने का दावा कर सकते हैं। याद दिलाना होगा कि पिछले महीने ही इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर अच्छी-खासी लड़ाई हो चुकी है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी कह चुकी है कि ममता को इस गठबंधन की अगुवाई करनी चाहिए। कांग्रेस के पुराने सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी ममता बनर्जी का साथ दिया था।

निश्चित रूप से दिल्ली के चुनाव नतीजों के बाद भारत की सियासत में कोई बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अगर कांग्रेस दिल्ली में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई तो इंडिया गठबंधन में उसकी स्थिति और कमजोर होगी और अगर अरविंद केजरीवाल फिर से सरकार बनाने में कामयाब रहे तो वह विपक्ष में बड़े नेता के तौर पर सामने आएंगे खासकर उत्तर भारत में।

यह भी कहा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की सियासी लड़ाई खत्म नहीं होगी क्योंकि 2027 की शुरुआत में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं और वहां इन दोनों राजनीतिक दलों को फिर एक-दूसरे का मुकाबला करना है। निश्चित रूप से राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के आमने-सामने आने की वजह से बीजेपी काफी खुश होगी और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में वह इसका फायदा लेने की पूरी कोशिश करेगी।

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Fact Check: पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था कुंभ में स्नान, क्या वायरल दावा सच है?

लाइटहाउस जर्नलिज्म ने पाया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर की जा रही है। सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि तस्वीर में प्रधानमंत्री नेहरू को अतीत में कुंभ में पवित्र स्नान करते हुए दिखाया गया है। जांच के दौरान हमने पाया कि यह तस्वीर कुंभ की नहीं बल्कि 1938 की प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) की है, जब प्रधानमंत्री नेहरू अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित करने गए थे।

X यूजर अरविंद चोटिया ने भ्रामक दावे के साथ तस्वीर शेयर की।

हां, ये नेहरू जी ही हैं…महाकुंभ में डुबकी नेहरू जी भी लगाते थे। तस्वीर भी खिंचवाते थे। वे भी नेता ही थे और सबसे बड़े नेता भी थे लेकिन कभी किसी ने उनकी डुबकी पर सवाल नहीं उठाए। गरीबी दूर करने के लिए तो परिश्रम ही करना पड़ता है। महाकुंभ में जाना और गंगा जी में डुबकी लगाना आस्था… pic.twitter.com/aBCOuAeUWf

अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी इसी तरह के दावों के साथ तस्वीर शेयर कर रहे हैं।

प्रयागराज में गंगा स्नान करके देश की ग़रीबी दूर करते जवाहर लाल नेहरू! (1938) अब ठीक है @kharge जी? फ़ोटो साभार – इंडिया टुडे। मूल फ़ोटो आनंद भवन में लगी है। pic.twitter.com/gfAf1tN1ER

Nehru took a dip in Kumbh. Akhilesh too. RaGa PGV are planning a trip.But Khadge’s poverty alleviation is through Iftar. pic.twitter.com/L6RehH0VIC

@kharge ji I think Pt.Nehru while taking a dip in the Holy Sangam during 1938 Kumbh was trying to eradicate poverty from the nation !The photo is available in Anand Bhavan, Prayagraj ! https://t.co/S4ZPBW55mo pic.twitter.com/l1dUkXdSuc

हमने वायरल इमेज पर रिवर्स इमेज सर्च करके जांच शुरू की।

इससे हमें एक पोस्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि जवाहरलाल नेहरू को इलाहाबाद में अपनी मां की अस्थियां विसर्जित करते हुए देखा गया था।

The photo you posted is of Nehru doing ‘Antim kriya karma’ upon his Mother’s death! It’s not public display of religiosity or superstition. Have some semblance of decency ffs! https://t.co/yasLEOZXzg pic.twitter.com/6z4RmgI5uL

हमें यह तस्वीर reckontalk.com पर भी मिली।

शीर्षक में लिखा था: सार्वजनिक सेवा के बीच एक निजी दुख। यह मार्मिक तस्वीर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को एक गहरी व्यक्तिगत रस्म निभाते हुए दिखाती है जो उन्हें उनकी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ती है।

हमें यह तस्वीर इंडिया टुडे की वेबसाइट पर एक लेख में भी मिली।

तस्वीर के नीचे लिखा है: जवाहरलाल नेहरू इलाहाबाद में अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित करते हुए।

निष्कर्ष: कुंभ में स्नान करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बताई जा रही वायरल तस्वीर असल में 1938 की है, जब प्रधानमंत्री नेहरू ने इलाहाबाद में अपनी माँ की अस्थियाँ विसर्जित की थीं। वायरल दावा भ्रामक है।

Fact Check: लड़कियों के अपहरण वाला वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है, असली घटना का नहीं

लाइटहाउस जर्नलिज्म ने पाया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि एक व्यक्ति ने नई दिल्ली में तीन अपहृत लड़कियों को बचाया है।

इस दावे में कहा गया है कि फर्जी जॉब प्लेसमेंट एजेंसियां ​​चलाने वाले कुछ लोग युवा लड़कियों को निशाना बनाते हैं, उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने का वादा करते हैं और फिर उनका शोषण करते हैं। कथित तौर पर एक ‘सभ्य युवक’ ने एक घर से तीन लड़कियों को बचाया, उनकी हालत दिखाते हुए। दूसरों को, खासकर पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित लड़कियों को चेतावनी देने के लिए इस वीडियो को साझा करें।

जांच के दौरान हमने पाया कि वीडियो स्क्रिप्टेड था और इसे इस तरह प्रसारित किया जा रहा था जैसे कि यह नई दिल्ली में हुई एक वास्तविक घटना हो।

X उपयोगकर्ता Monk Bharath ने वायरल दावे के साथ वीडियो साझा किया।

Share this with your Friends and Family In Delhi, in the name of job placement in foreign country job call center, some so called people who belong to a particular community themselves run job consultancy agency, in which they call only Hindu girls and women on the pretext of… pic.twitter.com/QlOKF2uXuD

आर्काइव व्हर्जन.

अन्य उपयोगकर्ता भी इसी तरह के दावों के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं, कुछ मराठी में भी।

ஹிந்து சொந்தங்களுக்கான எச்சரிக்கைப் பதிவு‼️வெளிநாட்டில் வேலை என ஏமாற்றி ஹிந்து பெண்களை அரபு நாடுகளில் விற்கப்படுவதை தடுத்த ஒரு ஹிந்து இளைஞர்.? pic.twitter.com/MBdoaElKEd

वीडियो के शुरुआत में एक डिस्क्लेमर देखा जा सकता है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि वीडियो मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है।

हमने वीडियो को InVid टूल में अपलोड किया और उससे प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया। इससे हमें YouTube पर अपलोड किया गया वीडियो मिला।

वीडियो को 2.3 मिलियन बार देखा गया था और इसे एक साल पहले अपलोड किया गया था।

हमने प्रोफ़ाइल की जाँच की और पाया कि उनके YouTube प्रोफ़ाइल पर ऐसे कई वीडियो थे।

हमें नवीन जांगड़ा का इंस्टाग्राम हैंडल भी मिला।

वायरल वीडियो को उनके इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल पर 13 अप्रैल, 2023 को बिना किसी कैप्शन के अपलोड किया गया था।

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निष्कर्ष: एक स्क्रिप्टेड वीडियो गलत तरीके से इस दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह नई दिल्ली में हुई एक वास्तविक घटना के बारे में है। जबकि वीडियो निर्माता द्वारा मनोरंजन के मकसद से बनाया गया है। वायरल दावा भ्रामक है।