IND vs ENG: चोटिल ऋषभ पंत किस तरह से हो सकते हैं भारतीय प्लेइंग इलेवन का हिस्सा, रैना ने दूर की टीम इंडिया की चिंता

India vs England 4th test: भारतीय टीम इस वक्त इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है तो वहीं वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स के दूसरे सीजन में हिस्सा लेने के लिए इंडिया चैंपियंस टीम भी इंग्लैंड पहुंच चुकी है। सुरेश रैना भी इंडिया चैंपियंस टीम का हिस्सा हैं और उन्होंने चौथे टेस्ट मैच के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन के बारे में बातचीत की।

रैना ने ऋषभ पंत को टीम इंडिया का अहम खिलाड़ी बताने के साथ-साथ जसप्रीत बुमराह को भी भारतीय गेंदबाज अटैक का अहम हिस्सा बताया। रैना ने बर्मिंघम में एएनआई से बात करते हुए कहा कि बुमराह की उपलब्धता टीम इंडिया के लिए अहम है, लेकिन उनका खेलना कुछ फैक्टर पर डिपेंड करता है जिसमें सबसे मुख्य है डॉक्टर का फैसला।

रैना ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो उनका खेलना डॉक्टर के फैसले पर निर्भर करेगा। उन्हें जिस तरह का निर्देश मिलेगा वो वैसा ही करेंगे। बुमराह अपने कार्यभार को जानते हैं और खुद को कैसे संभालना है ये भी उन्हें पता है। लॉर्ड्स में उनके प्रदर्शन को देखें, तो उन्होंने लॉर्ड्स ऑनर्स बोर्ड में अपनी जगह बनाई है।

38 वर्षीय पूर्व भारतीय स्टार ने ये भी कहा कि अगर मेजबान टीम से पिछड़ने के बाद भारत को सीरीज में मजबूत वापसी करनी है, तो उन्हें ऋषभ पंत की भी जरूरत होगी। अगर पंत की चोट इतनी गंभीर नहीं है कि उन्हें बाहर रखा जा सके, तो उन्हें विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरना चाहिए क्योंकि सीरीज के इस मोड़ पर ऋषभ पंत के बिना भारत का मैदान पर उतरना खतरनाक साबित हो सकता है।

रैना ने भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप में ऋषभ पंत की अहमियत के बारे में बताते हुए कहा कि ऋषभ पंत की अंगुली में भी चोट लगी थी, लेकिन भारत को सीरीज ड्रॉ करानी या फिर मैच जीतना है तो मुझे लगता है कि दोनों खिलाड़ियों (बुमराह और पंत) का चौथे टेस्ट मैच में खेलना बेहद जरूरी है।

‘एक सड़ा अंडा सब कुछ बिगाड़ देता है’: शाहिद अफरीदी ने फिर उगला जहर, WCL में भारत के पाकिस्तान के साथ नहीं खेलने पर फड़फड़ा उठे

क्रिकेट जगत में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब मैदान के बाहर की घटनाएं सुर्खियों बन जाती हैं। कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में सामने आया है जब भारत के पूर्व ओपनर शिखर धवन और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के बीच सोशल मीडिया पर तीखी तकरार देखने को मिली। बात सिर्फ शब्दों की नहीं, बल्कि देशभक्ति, सेना और पुरानी दुश्मनी की भावनाओं से जुड़ गई।

विवाद की शुरुआत तब हुई जब शाहिद अफरीदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर टिप्पणी करते हुए भारतीय सेना पर सवाल उठाए। अफरीदी ने कहा, ‘आपकी 8 लाख की फौज कुछ नहीं कर पाई। तुम्हारे देश में हर समय आतंकवाद होता है।’ यह बात कई भारतीयों को खटकी, लेकिन सबसे सटीक जवाब शिखर धवन ने दिया।

शिखर धवन ने अफरीदी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘कारगिल में भी तुम्हें हराया था, तुम्हारी हालत पहले से ही खराब है और कितना नीचे गिरोगे? हमें अपनी सेना पर गर्व है। भारत माता की जय।’ शाहिद अफरीदी ने इस पर तंज कसते हुए शिखर धवन को ‘चाय’ ऑफर की।

शाहिद अफरीदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘छोड़ो जीत-हार को, आओ तुम्हें चाय पिलाता हूं शिखर।’ #FantasticTea’ यह टिप्पणी विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के 2019 में पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा ‘चाय पिलाने’ की घटना की ओर इशारा करती है, जिसे भारत में अपमानजनक माना गया था। विवाद यही नहीं रुका।

वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) 2025 में रविवार 20 जुलाई को भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मैच रद्द कर दिया गया। भारत के कई खिलाड़ियों ने कथित तौर पर इस प्रदर्शनी मैच से हटने का फैसला संवेदनशील कूटनीतिक मौकों पर, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के खिलाफ शाहिद अफरीदी की पिछली टिप्पणियों का हवाला देते हुए किया।

शाहिद अफरीदी ने मैच वाले दिन मीडिया से बात करते हुए भारत के न फड़फड़ा उठे। शाहिद अफरीदी ने सीधे तौर पर शिखर धवन को इस फैसले के लिए दोषी ठहराया। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान के अनुसार, शाहिद अफरीदी की मौजूदगी में शिखर धवन के खेलने से खुले तौर पर इनकार करने से भारतीय खेमे में भारी उथल-पुथल मच गई।

शाहिद अफरीदी ने स्थानीय पत्रकारों से कहा, ‘खेल देशों को करीब लाता है। अगर हर चीज के बीच में राजनीति आ गई तो आप आगे कैसे बढ़ेंगे? लेकिन आप जानते हैं कि हमेशा एक सड़ा हुआ अंडा होता है, जो सब कुछ खराब कर देता है।’ शाहिद अफरीदी ने शुरुआत में शिखर धवन का नाम लिए बिना निशाना साधा और बाद में भारतीय दिग्गज को ही इस विवाद का कारण बता डाला।

शाहिद अफरीदी ने शिखर धवन को ‘अड़चन डालने वाला’ करार दिया। शाहिद अफरीदी ने सुझाव दिया कि पूरी भारतीय टीम को आखिरी समय में हटने के बजाय भारत में ही रहना चाहिए था। अफरीदी ने कहा, ‘उन्होंने मैच से एक दिन पहले अभ्यास किया था। मुझे लगता है कि उन्होंने सिर्फ एक खिलाड़ी की से मैच से हटने का फैसला किया। भारतीय टीम भी बहुत निराश है। वे यहां खेलने आए थे। आपको देश के लिए एक अच्छा राजदूत बनना चाहिए, न कि शर्मिंदगी।’

दिलचस्प यह है कि शाहिद अफरीदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुद को एक शांतिप्रिय क्रिकेट दूत के रूप में पेश किया। अफरीदी ने कहा, ‘मैं यहां क्रिकेट खेलने आया हूं, राजनीति करने नहीं। अगर वह मेरी वजह से खेलना नहीं चाहते, तो मैं घर पर ही रहता। क्रिकेट चलता रहना चाहिए था। क्रिकेट के सामने शाहिद अफरीदी कौन हैं? कोई नहीं।’

अफरीदी का यह बयान अप्रैल 2025 में उस विवादास्पद बयान के विपरीत था, जिसमें पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने भारत सरकार पर पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए पहलगाम में अपने ही नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया था। अफरीदी ने पाकिस्तान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था, ‘भारत खुद आतंकवाद फैलाता है, अपने ही लोगों को मरवाता है और फिर दोष पाकिस्तान पर मढ़ देता है।’

एजबेस्टन में भारत बनाम पाकिस्तान मैच का रद्द होना सिर्फ टीम के आंतरिक फैसलों पर आधारित नहीं था। मैच की घोषणा के बाद भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त हंगामा मच गया। कई लोगों ने सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से जुड़े मैच में पूर्व भारतीय खिलाड़ियों के खेलने की नैतिकता पर सवाल उठाए। इस साल की शुरुआत में भारत द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच यह पहला क्रिकेट मैच था, जिसने कूटनीतिक दुश्मनी को और बढ़ा दिया था।

भारतीय टीम के करीबी सूत्रों ने खुलासा किया है कि भारत के खिलाफ अफरीदी की टिप्पणी के बाद कई खिलाड़ियों ने उनके साथ मैदान साझा करने में असहजता जताई। टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक शिखर धवन ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर अफरीदी मौजूद रहते हैं तो वह मैच में हिस्सा नहीं लेंगे।

इस मैच का रद्द होना दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों के लिए बड़ा झटका है। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स 2025 के आयोजकों को उम्मीद थी कि भारत बनाम पाकिस्तान मैच स्टार पावर और दर्शकों की ऊर्जा से भरपूर होगा, खासकर तब जब मैच में लगभग 18 हजार प्रशंसकों के आने की उम्मीद थी।

मैं आपसे बात नहीं करना चाहती, आपने मेरे पापा को मारा; श्रीसंत की बेटी की बातें सुन हरभजन सिंह को आ गया था रोना

भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि अगर वह करियर की कोई एक घटना भुलाना चाहेंगे, तो वह अपने पूर्व साथी खिलाड़ी एस. श्रीसंत को थप्पड़ मारना है। हरभजन ने यह स्वीकार किया कि इंडियन प्रीमियर लीग के पहले संस्करण में जो कुछ भी हुआ, उसके लिए वह पूरी तरह से ज़िम्मेदार थे। उन्होंने श्रीसंत की बेटी के साथ हुई बातचीत के बारे में भी बताया, जिसने उनका दिल तोड़ दिया और उनकी आंखों में आंसू आ गए थे।

आईपीएल 2008 के दौरान मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए हरभजन ने एक लीग मैच के अंत में किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था। हालांकि, बीसीसीआई ने हरभजन को निलंबित कर दिया था, लेकिन यह अभी भी आईपीएल की सबसे चर्चित घटनाओं में से एक है। रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर ‘कुट्टी स्टोरीज’ शो में बोलते हुए हरभजन से पूछा गया कि क्या वह अपने जीवन से कोई घटना हटाना चाहेंगे? इस भज्जी ने कहा कि वह यह घटना होगी। बता दें कि हरभजन और श्रीसंत 2011 में भारत की वर्ल्ड कप चैंपियन टीम का हिस्सा रहे।

हरभजन ने अश्विन के शो पर श्रीसंत को थप्पड़ मारने को लेकर कहा, “एक चीज जो मैं अपनी जिंदगी में बदलना चाहता हूं, वो है श्रीसंत वाली घटना। मैं उस घटना को अपने करियर से हटाना चाहता हूं। यही वो घटना है जिसे मैं अपनी लिस्ट से बदलना चाहूंगा। जो हुआ वो गलत था और मुझे वो नहीं करना चाहिए था जो मैंने किया। मैंने 200 बार माफी मांगी। मुझे सबसे बुरा ये लगा कि उस घटना के सालों बाद भी, मैं हर मौके या स्टेज पर माफी मांगता रहा हूं। वो एक गलती थी।”

हरभजन ने कहा, “हम सभी गलतियां करते हैं और हम उम्मीद करते हैं और कोशिश करते हैं कि ऐसी गलतियां फिर कभी न दोहराएं। वो मेरा टीममेट था और हम साथ खेल रहे थे। हां, उस मैच में हम विरोधी थे। लेकिन बात उस हद तक नहीं पहुंचनी चाहिए थी जहां हम इस तरह का व्यवहार करें। हां, वो मेरी गलती थी और उसकी सिर्फ इतनी गलती थी कि उसने मुझे उकसाया, लेकिन असल में ऐसा होता है। हालांकि, मैंने जो किया वो ठीक नहीं था। मैंने कहा, ‘सॉरी’।”

45 वर्षीय सांसद ने बताया कि इस घटना ने उन पर खासकर श्रीसंत की बेटी से बातचीत के बाद कैसा असर डाला। उन्होंने कहा, “कई सालों बाद भी मुझे जो बात सबसे ज्यादा चुभती है, वह यह है कि जब मैं उनकी बेटी से मिला और उससे बड़े प्यार से बात कर रहा था तो उसने कहा, ‘मैं आपसे बात नहीं करना चाहती। आपने मेरे पिता को मारा है।’ मेरा दिल टूट गया और मैं रोने लगा। मैं खुद से पूछ रहा था कि मैंने उस पर क्या प्रभाव छोड़ा है? वह मुझे बुरी नजर से देख रही होगी, है ना? वह मुझे उसी आदमी के रूप में देखती है, जिसने उसके पिता को मारा था। मुझे बहुत बुरा लगा। मैं अब भी उनकी बेटी से माफी मांगता हूं कि मैं कुछ नहीं कर सकता। मैं उससे कहता रहता हूं, ‘लेकिन अगर मैं कुछ ऐसा कर सकता हूं जिससे तुम्हें अच्छा लगे और तुम्हें लगे कि मैं उस तरह का इंसान नहीं हूं, तो कृपया मुझे बताएं।’ काश जब वह बड़ी हो जाए, तो वह मुझे उसी नजर से न देखे। और सोचे कि उसके अंकल हमेशा उसके साथ रहेंगे और उसे हर संभव मदद देंगे। इसलिए मैं उस चैप्टर को मिटा देना चाहता हूं।”

मैनचेस्टर में कैसी होगी पिच? इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी का दावा सच निकला तो भारत की होगी बल्ले-बल्ले

इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने बुधवार (23 जुलाई) से शुरू होने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के लिए मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड की परिस्थितियों को लेकर जानकारी दी। हार्मिसन ने पिच को लेकर जो दावा किया है अगर वह सच हुआ तो मैनचेस्ट में भारतीय टीम की बल्ले-बल्ले हो सकती है। उन्होंने कहा कि यहां पिच बर्मिंघम के एजबेस्टन जैसी हो सकती है, जहां भारत जीता था।

पांच मैचों की यह सीरीज रोमांचक मोड़ पर है भारत 1-2 से पीछे है और उसे यह मैच हर हाल में जीतना। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच की बात करें तो गति और उछाल देखने को मिलता है। हालांकि, समय के साथ चीजें बदली हैं। पिछले दो सालों में गति और उछाल कम देखने को मिली है। पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में हार्मिसन को उम्मीद है कि हल्की बारिश से पिच में जान आ जाएगी। इससे तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी।

हार्मिसन ने ईएसपीएनक्रिकइंफो मैच डे पर कहा, “ओल्ड ट्रैफर्ड में बारिश हो सकती है। इंग्लैंड में लगभग तीन महीनों से बारिश नहीं हुई है, अगर कहीं बारिश होगी तो वह मैनचेस्टर होगा, जैसा कि हमेशा होता है। हमें थोड़ी बारिश की जरूरत हो सकती है क्योंकि हमें पिच में जान की जरूरत है।”

हार्मिसन ने कहा, “पिछले 18 महीनों या दो सालों में मैनचेस्टर की प्रथम श्रेणी की पिचें वैसी नहीं रहीं जैसी वे 10 या 15 साल पहले थीं। वे उछाल भरी पिचें थीं। वे कठोर और आक्रामक थीं और रिवर्स स्विंग भी देती थीं। अब वे सभी बहुत एक जैसी हैं। वे बहुत धीमी और बहुत सपाट हैं।”

हार्मिसन ने कहा, “अगर दो स्पिनरों के साथ खेलने का मौका है, तो आप मैनचेस्टर में दो स्पिनरों के साथ खेल सकते हैं। इंग्लैंड ऐसा नहीं करेगा क्योंकि उनके पास लियाम डॉसन हैं। मुझे लगता है कि यह विकेट एजबेस्टन जैसा ही होगा। लॉर्ड्स में खेल आगे बढ़ने के साथ विकेट टूटा और शायद टर्न भी देखने को मिला। लेकिन मुझे लगता यहां ज्यादा गति होगी, मुझे नहीं लगता यहां ज्यादा उछाल होगी। मुझे लगता है कि यह कम स्कोर वाला मैच हो सकता है।”

बर्मिंघम में भारत ने रनों का अंबार लगाया था। भारत ने पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और फिर दूसरी पारी 427/6 पर घोषित कर दी। आखिरी दिन भारत को ज्यादा सीम मूवमेंट मिला और अंततः 336 रनों से शानदार जीत हासिल हुई।

भारत की प्लेइंग XI तय: जानें जुरेल या पंत में कौन होगा विकेटकीपर, नितीश रेड्डी की जगह किसे मिलेगा मौका

इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट से 2 दिन पहले सोमवार (21 जुलाई) को अनिवार्य प्रैक्टिस सेशन के शुरुआत में ही भारत की प्लेइंग 11 की झलक मिल गई। भारत के लिए सबसे अच्छी खबर यह है कि ऋषभ पंत विकेटकीपिंग करते दिखे। वह उंगली की चोट से उबर गए हैं। विकेटकीपिंग ड्रिल्स के बाद उन्होंने बैटिंग प्रैक्टिस की। पंत के फिट होने का मतलब है कि ध्रुव जुरेल को मैनचेस्टर में बेंच पर ही बैठना होगा।

प्रैक्टिस सेशन के दौरान स्लिप कॉर्डन को देखकर ऐसा लगा कि नितीश कुमार रेड्डी की जगह साई सुदर्शन की प्लेइंग 11 में वापसी होगी। मैनचेस्टर टेस्ट की प्लेइंग 11 की तस्वीर लगभग साफ है। भारतीय टीम प्लेइंग 11 में केवल 2 बदलाव कर सकती है। नितीश रेड्डी की जगह साई सुर्दशन और आकाशदीप की जगह अंशुल कम्बोज या प्रसिद्ध कृष्णा खेल सकते हैं।

VIDEO | India’s vice captain Rishabh Pant (@RishabhPant17) was seen batting in the nets after completing wicketkeeping drills at Old Trafford Cricket Stadium in Manchester, UK. #indiavsengland #RishabhPant pic.twitter.com/v5f2wwrG4g

प्रैक्टिस सेशन के दौरान आकाशदीप ने भी फिटेनस टेस्ट दिया, लेकिन फिलहाल उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। उन्हें ग्रोइन में दिक्कत है। जसप्रीत बुमराह का मैनचेस्टर टेस्ट खेलना तय है। यानी वह ओवल टेस्ट नहीं खेलेंगे। ऐसे में आकाशदीप को इस मैच में आराम दिया जा सकता है, ताकि वह आखिरी टेस्ट खेलने के लिए फिट रहें।

भारत को बड़ा झटका, आकाशदीप और अर्शदीप के बाद यह ऑलराउंडर चोटिल; इंग्लैंड दौरे से बाहर

साई सुदर्शन के आने से करुण नायर एक बार फिर नंबर 6 पर खेलते दिख सकते, जहां वह पहले टेस्ट में खेले थे। गौतम गंभीर को भारत का कोच बने 1 साल हो गया है। इस दौरान भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में गहराई को बहुत तवज्जो दी है। इस वजह से पिछले 2 टेस्ट में 3 ऑलराउंडर खेले हैं। अब नितीश रेड्डी के चोटिल होने के बाद नंबर 8 तक बल्लेबाजी के लिए साई की प्लेइंग 11 में वापसी हो सकती है।

मैनचेस्टर में कैसी होगी पिच? इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी का दावा सच निकला तो भारत की होगी बल्ले-बल्ले

यशस्वी जायसावल, केएल राहुल, साई सुदर्शन,शुभमन गिल, करुण नायर, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा/अंशुल कम्बोज।

VIDEO: मैनचेस्टर में चलेगी भारत की ‘AK47’? जसप्रीत बुमराह के साथ नई गेंद संभाल सकते हैं अंशुल कम्बोज

इंग्लैंड के खिलाफ 23 जुलाई से मैनचेस्टर टेस्ट में भारत के लिए अंशुल कम्बोज उर्फ ‘AK47’ डेब्यू कर सकते हैं। तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के चौथे टेस्ट से दो दिन पहले भारतीय टीम की प्रैक्टिस सेशन में इसके साथ संकेत मिले। अर्शदीप सिंह के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम में जोड़े गए हरियाणा के इस तेज गेंदबाज को ओल्ड ट्रैफर्ड में आकाशदीप की जगह प्लेइंग 11 में मौका मिल सकता है।

अंशुल कम्बोज ने भारत के नेट सेशन में जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी की। वह मैनचेस्टर में नई गेंद से बुमराह के पार्टनर हो सकते हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने कम्बोज के बुमराह के साथ गेंदबाजी का वीडियो एक्स पर शेयर किया। कम्बोज ने पिछले घरेलू सत्र के बाद टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 2 तीन दिवसीय मैचों में प्रभावित किया। वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसके अलावा उन्होंने 1 अर्धशतक भी जड़ा था।

भारत की प्लेइंग XI: जानें जुरेल-पंत में कौन होगा विकेटकीपर, नितीश रेड्डी की जगह किसे मिलेगा मौका

अंशुल कम्बोज को भारत की प्लेइंग 11 में आकाशदीप की जगह मौका मिल सकता है। आकाशदीप को लॉर्ड्स टेस्ट में ग्रोइन में दिक्कत हुई थी। ऐसे में उनके बाहर होने पर अर्शदीप सिंह को मौका मिलना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से तीसरे टेस्ट के बाद बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को बेकहेनम में प्रैक्टिस सेशन के दौरान हाथ में चोट लग गई। इसके कारण मैनचेस्टर टेस्ट से आकाशदीप से पहले अर्शदीप बाहर हो गए। उन्हें टेस्ट डेब्यू के लिए इंतजार करना होगा।

VIDEO: India’s bowling spearhead Jasprit Bumrah bowls alongside youngster Anshul Kamboj in the nets at Manchester ahead of the 4th Test vs England. pic.twitter.com/FW3e2HtMYd

तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी में भारत करो या मरो की स्थिति में है। वह 5 मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है। ऐसे में मैनचेस्टर में उसे मैच जीतना होगा। ऐसा न होने पर इंग्लैंड अजेय बढ़त बना लेगा। मैनचेस्ट में भारत 1 भी टेस्ट नहीं जीता है। 2014 के बाद वह यहां एक भी मैच नहीं खेला है। भारत को मैनचेस्टर में 86 साल से जीत का इंतजार है। उसे 9 में से 4 मैच में हार का सामना करना पड़ा।

आतापर्यंत ४१३ पैकी ६१ इमारती अतिधोकादायक, २९३ इमारतींच्या सर्वेक्षणाच्या अहवालाची प्रतीक्षा

वसई : वसई-विरार महापालिकेने पावसाळ्याच्या तोंडावर शहरातील ७०६ धोकादायक इमारतींचे सर्वेक्षण पूर्ण केले आहे. त्यातील ४१३ इमारतींच्या आलेल्या अहवालात ६१ इमारती अतिधोकादायक तर ५८ या धोकादायक असल्याचे आढळून आले आहे. २९३ इमारतींच्या सर्वेक्षणाचा अहवाल येणे अद्याप बाकी आहे.

वसई विरार शहरातील विविध ठिकाणच्या भागात अनेक वर्षे जुन्या झालेल्या इमारती व बांधकामे आहेत. काही इमारतींचे बांधकाम हे फारच जीर्ण झाल्याने त्या धोकादायक अवस्थेत आहेत. कोणत्याही प्रकारची दुर्घटना घडू नये यासाठी पालिकेने शहरातील  धोकादायक व अतिधोकादायक इमारतींचे  सर्वेक्षण व लेखापरीक्षण करण्याचे काम नऊ प्रभागात सुरू केले होते. यात २०२५-२६ या वर्षात ७०६ इतक्या इमारतींचे सर्वेक्षण करण्यात आले आहे. त्यापैकी ४१३ अहवाल प्राप्त झाला आहे.

धोकादायक असलेल्या इमारतींची चार प्रकारात वर्गवारी केली जात असते.यामध्ये अतिधोकादायक असलेल्या इमारती तात्काळ खाली करून जमीनदोस्त करायच्या असतात तर दुसऱ्या वर्गातील इमारती खाली करून त्या दुरुस्त केल्या जातात, तिसऱ्या वर्गात इमारती खाली न करता दुरुस्त केल्या जातात तर चौथ्या वर्गात इमारतींची डागडुजी केली जाते. यावर्षी सर्वेक्षणात आतापर्यंत ६१ इमारती अतिधोकादायक आहेत यातील सर्वाधिक अतिधोकादायक इमारती या प्रभाग समिती अ आणि ई मध्ये आहेत.

तर धोकादायक मध्ये ५८ व सी टू बी मध्ये २९४ इतक्या इमारतींचा समावेश असल्याचे पालिकेने सांगितले आहे. अतिधोकादायक अवस्थेत असलेल्या इमारती खाली करून त्या जमीनदोस्त करण्याची कार्यवाही महापालिकेकडून केली जाणार आहे असे महापालिकेचे उपायुक्त दीपक सावंत यांनी सांगितले आहे. ज्यांच्या ३० वर्षाहून अधिक जुन्या इमारती झाल्या आहेत त्यांनी स्वतः हून त्याचे लेखा परीक्षण करवून घ्यावे अशा सूचना ही पालिकेने केल्या आहेत.

अतिधोकादायक व धोकादायक प्रवर्गातील इमारतींचे संरचनात्मक लेखापरीक्षण पूर्ण केले आहे.नागरिकांनी सुरक्षेच्या दृष्टीने तातडीने धोकादायक इमारती खाली कराव्यात जेणेकरून भविष्यातील दुर्घटना टाळता येईल असे आवाहन करीत आहोत.:- अनिलकुमार पवार, आयुक्त वसई विरार महापालिका

अति धोकादायक वर्गवारीत मोडणाऱ्या इमारती या पालिकेकडून जमीनदोस्त केल्या जाणार आहेत.मात्र त्यानंतरजागेचा मूळ मालक किंवा संबंधित विकासक पुन्हा त्या ठिकाणी पुनर्विकास करण्यास अडथळे निर्माण करण्याची शक्यता असते. त्यामुळे खबरदारीचा उपाय म्हणून मूळ सदनिकाधारकांना त्यांची सर्व कागदपत्रे तपासून त्यांना त्याबाबतचे प्रमाणपत्र उपलब्ध करून दिले जाणार आहे. त्यामुळे ते या इमारतीत राहत असल्याचा पुरावा म्हणून वापरता येणार असल्याचे पालिकेने सांगितले आहे.

धोकादायक व अतिधोकादायक इमारतीमध्ये रहिवासी राहत आहेत. त्यांना पालिकेच्या वतीने इमारत खाली करण्यात यावे अशा सूचना देण्यात आल्या आहेत. असे जरी असले तरी या नागरिकांच्या राहण्याची सोय कशी केली जाईल व इमारती खाली करून कोणत्या ठिकाणी राहायचे असे अनेक प्रश्न निर्माण झाले आहे. पालिकेकडे संक्रमण शिबीर नाही तसेच त्याची कोणत्याही प्रकारची कायमस्वरूपी राहण्याची सुविधा करण्याची तरदूत नसल्याने अडचणी निर्माण झाल्या आहेत. 

प्रभाग      अतिधोकादायक    ए –              ११                   बी –              ०३               सी-              ०८                 डी-               ०३                   ई-                १५                     एफ –            ०२                   जी –             ०७                     एच –             ०५                   आय-            ०७                   

एकूण          ६१

शेतात तुटलेल्या विजवाहक तारा, वसईत २२ वर्षीय तरुणाचा विजेच्या धक्क्याने मृत्यू

वसई: वसई पश्चिमेच्या मर्सेस रानशेत वाडी भागात महावितरणच्या तुटलेल्या विद्युत वाहक तारेचा स्पर्श होऊन एका २२ वर्षीय तरुणाचा मृत्यू झाला आहे. शनिवारी सकाळी ७.३० सुमारास ही घटना घडली. हा तरुण जनावरांना चारा आणण्यासाठी शेतात गेला होता. त्या ठिकाणी विद्युत वाहक तुटून तार पडून असल्याने ही घटना घडली आहे.

सूरज कुमार (२२) असे मृत्यू झालेल्या तरुणाचे नाव असून वसई पश्चिमेच्या मर्सेस भागातील रानशेतवाडी येथील शेतात नेहमी प्रमाणे चारा आणण्यासाठी गेला होता. शेतात महावितरणची विद्युत वाहक तार तुटून पडली होती. व त्यातून प्रवाह सुरूच होता. याच दरम्यान चारा गोळा करताना सूरज याचा स्पर्श विद्युत वाहक तारेला होताच जोराचा धक्का बसला. यातच सूरज याचा दुर्दैवी मृत्यू झाला आहे.

या प्रकरणी वसई पोलीसांनी घटनास्थळी दाखल होऊन पंचनामा करून मृतदेह ताब्यात घेऊन शवविच्छेदना साठी पाठविला असून पुढील गुन्हा दाखल करण्याची प्रक्रिया सुरू असल्याची माहिती वसई पोलीस ठाण्याचे वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक बाळकृष्ण घाडीगांवकर यांनी सांगितले आहे. तसेच महावितरणचे कर्मचारी व अधिकारी यांना ही घटनास्थळी बोलवून घेतले असल्याचे त्यांनी सांगितले आहे.

या घडलेल्या घटनेनंतर पुन्हा एकदा महावितरणचा हलगर्जीपणा समोर आला आहे. या घटनेनंतर महावितरणच्या कारभारा विरोधात गावकऱ्यांनी तीव्र संताप व्यक्त केला आहे. यापूर्वी सुद्धा वसई विरारच्या विवीध ठिकाणच्या भागात विजेच्या धक्क्याने मृत्यू झाल्याच्या घटना घडल्या आहेत. या घटनेमुळे पुन्हा एकदा महावितरणच्या विद्युत वाहक तारांचा प्रश्न निर्माण झाला आहे.

वादळीवाऱ्याचा अर्नाळा किल्ल्याच्या किनारपट्टीला फटका, वाऱ्यामुळे ७ ते ८ घरांचे नुकसान

वसई: मागील काही दिवसांपासून वादळी वाऱ्यासह पावसाचा जोर कायम आहे. याचा मोठा फटका किनार पट्टीच्या भागाला बसत आहे. शुक्रवारी सायंकाळी सुटलेल्या वादळी वाऱ्यात अर्नाळा किल्ला येथील घरांच्या वरील पत्रे उडून गेल्याने सात ते आठ घरांचे मोठे नुकसान झाले आहे. अवघ्या ५ ते १० मिनिटे झालेल्या वादळाने होत्याचे नव्हते केले अशी प्रतिक्रिया येथील नुकसानग्रस्तांनी दिली आहे.

विरार पश्चिमेच्या भागात अर्नाळा किल्ला आहे. हे गाव एका बेटावर असल्याने येथील नागरीकांना बोटीतून ये जा करावी लागत आहेत. या भागातही मोठ्या संख्येने मच्छिमार बांधव राहतात. गाव बेटावर असल्याने दररोजच येथील नागरिकांना जगण्यासाठी संघर्ष करावा लागतो. विशेषतः पावसाळ्यात या भागात विविध प्रकारच्या अडचणी निर्माण होत आहेत. मागील काही दिवसांपासून वसई विरार मध्ये वादळी वाऱ्यासह पावसाचे सत्र सुरूच आहे. नुकताच प्रादेशिक हवामान विभाग, मुबंई द्वारे पुढील काही दिवसात विजांच्या कडकडाटासह जोराचे वादळी वारे व पावसाचा इशारा देण्यात आला होता.

शुक्रवारी सायंकाळच्या सुमारास किनार पट्टीवर जोराचे वादळी वारे आले. या वादळी वाऱ्यात अर्नाळा किल्ल्याच्या अगदी किनाऱ्या जवळ राहणाऱ्या घरांना याचा मोठा फटका बसला. अनेक घरावरील पत्रे उडून दुसऱ्यांच्या घरावर गेले त्यामुळे सात ते आठ घरांचे नुकसान झाले असल्याचे येथील नागरिकांनी सांगितले. याशिवाय मंदिराजवळील ध्वज खांब ही वाकला आहे. समुद्र खवळलेला असल्याने लाटांचे तडाखे ही जोराने बसत होते. या झालेल्या नुकसान ग्रस्त नागरिकांचे शासनाने त्वरित पंचनामे करून त्यांना नुकसान भरपाई द्यावी अशी मागणी सामाजिक कार्यकर्ते निनाद पाटील यांनी केली आहे.

आतापर्यंत विविध प्रकारच्या वादळी वाऱ्याने किनार पट्टीच्या भागाचे फारच नुकसान केले आहेत. त्यातून ही सावरून पुन्हा उभे राहण्याची प्रयत्न येथील नागरिक करतात. परंतु पावसाळा व वादळी वारे याचा इशारा मिळताच धडकी भरते अशी प्रतिक्रिया येथील नागरिकांनी दिली आहे. कारण किनार पट्टीवर वादळी व वारे व पाऊस फारच वेगाने कोसळतो. जर अगदी मोठे वादळ येते तेव्हा नुकसान होईल याची भीती सतावत असेही येथील नागरिकांनी सांगितले आहे.

बसप्रवासात महिलांना मिळणार ५० टक्के सवलत, वसई विरार महापालिकेचा निर्णय ; १ जून पासून सवलत लागू होणार

वसई : महापालिकेच्या परिवहन सेवेच्या बसमधून प्रवास करणाऱ्या महिलांना ५० टक्के सवलत देण्याचा निर्णय वसई विरार महापालिकेने घेतला आहे. येत्या १ जून पासून या निर्णयाची अंमलबजावणी केली जाणार आहे. यामुळे शहरातील सर्वसामान्य महिलांना मोठा दिलासा मिळणार आहे.वसई विरार शहरात पालिकेच्या परिवहन विभागा कडून सेवा दिली जात आहे. सद्यस्थितीत पालिकेच्या परिवहन विभागात १४७ बसेस असून त्यांच्या मार्फत ३६ मार्गावर ही सेवा दिली जात आहे. दररोज या बसेस मधून ७५ ते ८० हजार इतके प्रवासी प्रवास करतात

त्यात महिला प्रवाशांची संख्या लक्षणीय आहे. यातील बहुतांश महिला या नोकरदार आणि सर्वसामान्य घरातील आहेत. त्यामुळे त्यांना बस प्रवासात सवलत देण्याची मागणी करण्यात येत होती. ज्याप्रमाणे एसटी महामंडळाने राज्यातील एसटी प्रवासात ५० टक्के दिली आहे. त्याच धर्तीवर पालिकेने आपल्या परिवहन सेवेच्या बस मध्ये महिला प्रवाशांना ५० टक्के सवलत द्यावी अशी मागणी वसईच्या आमदार स्नेहा दुबे- पंडित यांनी केली होती. त्यानुसार त्यांनी आयुक्तांकडे पाठपुरावा केला होता. या मागणीची दखल घेत आयुक्त अनिलकुमार पवार यांनी १ जून २०२५ पासून महिला प्रवाशांना परिवहन सेेवेच्या बस मध्ये ५० टक्के सवलत देण्याचा निर्णय जाहीर केला आहे.महापालिकेच्या या निर्णयामुळे बसने प्रवास करणाऱ्या महिलांच्या रोजच्या प्रवासाचा आर्थिक बोजा हलका होणार आहे. तसेच कामगार महिला, विद्यार्थीनी आणि दररोज बसने प्रवास करणाऱ्या महिलांना या सवलतीचा थेट लाभ घेता येणार आहे.

परिवहन विभागाकडून विविध सवलतीच्या योजना राबवल्या जातात. त्यात ज्येष्ठ नागरिक, दिव्यांग, कर्करोग रुग्ण आणि डायलिसिस रूग्ण करोनामुळे पालक गमावलेली मुले, अनाथ, आर्थिकदृष्ट्या कमकुवत मुलांना तसेच इंग्रजी वगळता अन्य माध्ममांच्या शाळांतील विद्यार्थ्यांना मोफत बस सेवा दिली जात आहे असेही पालिकेने सांगितले आहे.