‘पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंंबरम और कांग्रेस बोल रहे हैं’, शिवराज बोले- चेहरे से नकाब क्यों नहीं हटना चाहिए

लोकसभा में पहले से तय कार्यक्रम के तहत दोपहर 12 बजे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी थी लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में बीजेपी के सांसद और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला।

उन्होंने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “क्या चेहरे से नकाब उतरने का डर है? आतंक और आतंकवादियों से क्या संबंध है? आखिर पी. चिदंबरम यह क्यों कह रहे हैं? सबूत मांग रहे हैं कि पाकिस्तान का हाथ कहां तक है? पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंबरम और कांग्रेस बोल रहे हैं।”

कृषि मंंत्री ने आगे कहा कि चर्चा क्यों नहीं होनी चाहिए, चेहरे से नकाब क्यों नहीं हटना चाहिए? आखिर डर किस बात का है। सारा देश देख रहा है, यह चर्चा करके भागते हैं और ऐसी भाषा बोलते हैं जो पाकिस्तान या देश के दुश्मनों की होती है। संपूर्ण विपक्ष के चेहरे से नकाब उतर चुका है।

Parliament Monsoon Session, Operation Sindoor Latest Updates

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि कारगिल विजय दिवस पर भी कांग्रेस सवाल उठाती रही है। UPA 1 सरकार में कभी कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक सांसद ने कहा था- हम क्यों मनाएं कारगिल विजय दिवस, यह देश का नहीं, पार्टी का युद्ध था।

शिवराज ने आगे कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोलती है और पाकिस्तान, दुनिया में इनके बयानों का उदाहरण देता है। कांग्रेस प्रधानमंत्री का विरोध करते-करते देश का ही विरोध करने लगी है। ऑपरेशन सिंदूर पर भी सवाल खड़े करने का पाप कांग्रेस कर रही है। कांग्रेस की यह मानसिकता राष्ट्रविरोध की सीमा तक जाती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस तरह के प्रश्न खड़े करना देशभक्ति है?

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज लोकसभा में विपक्ष का रवैया साफ तौर पर साबित करता है कि कांग्रेस और उनके सहयोगी विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और हमारे सैनिकों व सशस्त्र बलों द्वारा भारत को दिलाए गए गौरव पर चर्चा करने से कतरा रहे हैं। यह निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है और एक नकारात्मक मानसिकता का प्रमाण है। 

‘फौज को अगर और मौका मिलता तो वो PoK ले लेती’, चिदंबरम के बयान पर अखिलेश ने कही बड़ी बात

दिल्ली की मिट्टी में मिले जानलेवा एलिमेंट्स, कैंसर का खतरा बढ़ गया: स्टडी

Delhi air cancer: देश में कैंसर के मामले आज भी तेज गति से बढ़ रहे हैं, यह बीमारी अभी भी लोगों के लिए जानलेवा बनी हुई है। मेडिकल साइंस ने काफी तरक्की कर ली है, लेकिन कैंसर को लेकर आज भी एक अलग ही डर का माहौल दिख जाता है। इस बीच राजधानी दिल्ली को लेकर एक हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। उस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली की सड़कों पर जो मिट्टी है, उसमें ऐसे केमिकल एलिमेंट मिले हैं जिससे से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

असल में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी और सिडनी की ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी ने साथ मिलकर एक रिसर्च की है। उस रिसर्च के तहत ही राजधानी दिल्ली की 33 जगह से मिट्टी और धूल का सैंपल लिया गया था। उस मिट्टी की जांच फिर ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स में की गई। इस रिसर्च के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ मनोज प्रताप सिंह हैं जिन्होंने कई चौंकाने वाली बातें बताई हैं।

वे कहते हैं कि जो टॉक्सिक एलिमेंट मिले हैं, अगर उनके संपर्क में आया जाएगा तो इससे 1.8 लाख पुरुषों को कैंसर होने का खतरा रहेगा, वहीं महिलाओं में यह आंकड़ा 2.1 लाख तक जा सकता है, इसके अलावा 21000 बच्चे भी कैंसर से जूझ सकते हैं।

डॉक्टर सिंह इस बात पर भी जोर देते हैं कि बच्चों में इसका खतरा ज्यादा रहने वाला है। उनके मुताबिक IQ कम होने से लेकर मेमोरी लॉस की दिक्कत भी आ सकती है।

3 कारणों से युवाओं में तेजी बढ़ रहा कैंसर

सभी के मन में एक सवाल आ रहा है कि आखिर दिल्ली में इस तरह के खतरनाक और जानलेवा टॉक्सिक एलिमेंट कैसे पहुंच गए। इस पर डॉक्टर सिंह कहते हैं कि कई मौकों पर जो लगातार ब्रेक का इस्तेमाल किया जाता है, उस वजह से भी कई टॉक्सिक केमिकल एलिमेंट रिलीज होते हैं।

इसके अलावा बताया जा रहा है कि बड़े स्तर पर दिल्ली में जो फॉसिल फ्यूल्स को जलाया जा रहा है, उससे भी हवा जहरीली हो रही है। तकनीकी भाषा में इस सीरियम भी कहा जा सकता है जो मिट्टी में सबसे ज्यादा मिला है। रिसर्च में 15 प्रमुख केमिकल एलिमेंट्स का जिक्र हुआ है- आर्सेनिक (1), सीसा (2), कैडमियम (7), क्रोमियम VI (17), बेरिलियम (43), निकल (57), जिंक (75), क्रोमियम (78), यूरेनियम (97), तांबा (118), बेरियम (134), मैंगनीज (140), सेलेनियम (146), एल्युमिनियम (183) और वैनेडियम (200)।

ये भी पढ़ें- 3 तरह के फलों से कभी नहीं होगा कैंसर का खतरा

‘इन्होंने ही भगवा आतंक की बात उठाकर PAK को क्लीन चिट देने का काम किया था’, BJP बोलीं- जब वो सत्ता में थे…

P.Chidambaram Controversy: संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस से कुछ समय पहले ही कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक बयान देकर नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने एक इंटरव्यू में ये कह दिया कि हो सकता है कि पहलगाम आतंकी हमले के आतंकवादी घरेलू ही हों। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि क्या सबूत ये बताते हैं कि आतंकवादी पाकिस्तान से ही आए थे। चिदंबरम के इस बयान पर बीजेपी आक्रामक है और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने बड़ा हमला बोला है और कहा कि चिंदबरम ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है।

दरअसल, संसद परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान मोदी सरकार में मंत्री प्रहलाद जोशी ने ऑपरेशन सिंदूर पर पी चिदंबरम के बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है। यही लोग जब सत्ता में थे तो कहते थे कि इसमें पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।

आज की बड़ी खबरें

प्रहलाद जोशी ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री और पूर्व वित्त मंत्री को यह समझना चाहिए कि ऐसे बयान पाकिस्तान के रुख को बढ़ावा देते हैं। दिग्गज बीजेपी नेता प्रहलाद जोशी ने कहा कि पी चिदंबरम और कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार के दौरान ही भगवा आतंकवाद की बात उठाकर पाकिस्तान को क्लीन चिट दी थी।

पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंंबरम और कांग्रेस बोल रहे हैं – शिवराज | पढ़ें

#WATCH | On P Chidambaram’s statement on Operation Sindoor, Union Minister Pralhad Joshi says, “P Chidambaram, who was the former Home Minister, has given a clean chit by Pakistan. The same people, when they were in power, used to say that there is no hand of Pakistan. The… pic.twitter.com/KdFnAkRjJk

विवाद बढ़ने पर पी चिदंबरम ने सफाई दी है और एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ट्रोल विभिन्न प्रकार के होते हैं और गलत सूचना फैलाने के लिए विभिन्न उपकरणों का उपयोग करते हैं। सबसे खराब प्रकार का ट्रोल वह है, जो पूरे रिकॉर्ड किए गए साक्षात्कार को दबा देता है, दो वाक्यों को हटा देता है, कुछ शब्दों को म्यूट कर देता है और वक्ता को काले रंग में रंग देता है!

‘फौज को अगर और मौका मिलता तो वो PoK ले लेती’, चिदंबरम के बयान पर अखिलेश ने कही बड़ी बात | पढ़ें

Trolls are of different kinds and use different tools to spread misinformationThe worst kind is a troll who suppresses the full recorded interview, takes two sentences, mutes some words, and paints the speaker in a black colour!

बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वह भी बताने को तैयार नहीं हैं कि पिछले कुछ हफ्तों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने क्या किया। चिदंबरम ने आगे कहा कि क्या उन्होंने आंतकियों की पहचान कर ली है, कहां से आएं थे।

चिदंबरम ने आगे कहा कि क्या पता वो देश के अंदर तैयार किए गए आतंकवादी हों। आपने क्यों यह मान लिया वो पाकिस्तान से आए थे। इसका कोई सबूत नहीं है। सरकार भारत को हुए नुकसान को भी छिपा रही है। चिदंबरम के इस बयान पर सियासी भूचाल आ गया है। पी चिदंबरम के बयान से कांग्रेस ने खुद को अलग कर लिया है।

डिंपल यादव पर ‘अभद्र टिप्पणी’ को लेकर मौलाना के खिलाफ महिला सांसदों ने खोला, BJP ने अखिलेश यादव की चुप्पी पर उठाए सवाल | पढ़ें

‘CM योगी ने बनाया काम ना करने का रिकॉर्ड’, रिपोर्टर के सवाल पर भड़के अखिलेश | पढ़ें

Operation Mahadev LIVE: लिडवास में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’ जारी, 3 आतंकी ढेर

Operation Mahadev: जम्मू-कश्मीर के लिडवास में सेना का ऑपरेशन महादेव जारी है। चिनार कॉर्प्स ने एक जारी बयान में सिर्फ इतना कहा है कि कॉन्टैक्ट इस्टैब्लिश हो चुका है और ऑपरेशन अभी जारी है। आर्मी ने बताया है कि अब तक तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन आतंकियों को घेरा गया है, उनका कनेक्शन पहलगाम हमले से हो सकता है।

जानकारी के लिए बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया था। उस आतंकी हमले के बाद ही भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, इस कार्रवाई का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया था। दावा हुआ कि 100 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया।

अब पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकाने तो ध्वस्त हुए, लेकिन एक सवाल कायम रहा- पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले दोषी कहां हैं? उनकी पहचान कब तक होने वाली है? अब इस समय जो ऑपरेशन महादेव चल रहा है, उसी को लेकर चर्चा है कि इसके जरिए पहलगाम के दोषियों तक पहुंचा जा सकता है, संभावना यह भी जता दी गई है कि सेना ने जिन आतंकियों को घेरा है, उनका हाथ 22 अप्रैल के हमले में हो सकता है।

बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन को संयुक्त रूप से सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर अंजाम दिया है, जिन आतंकियों को भी मौत के घाट उतारा गया है, उनका कनेक्शन TRF से हो सकता है। TRF वही आतंकी संगठन है जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने भी उसे ग्लोबल टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन घोषित कर दिया था।

जिन आतंकियों को सेना ने मार गिराया है, उनके पास से भारी हथियार भी बरामद हुए हैं। तीनों ही आतंकी घने जंगलों में छिपे हुए थे, लेकिन उनकी कुछ संदिग्ध बातचीत सामने आई और उसी से इनपुट लेते हुए ऑपरेशन महादेव चलाया गया।

‘विपक्ष अब चर्चा से भाग रहा…’, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के बीच किरेन रिजिजू बोले – 10 मिनट पहले शर्त लाना सही नहीं

Parliament Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होने से पहले ही लोकसभा स्थगित होने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। रक्षा मंत्री बहस की शुरुआत करेंगे। मैं सभी से उनकी बात सुनने का आग्रह करता हूं। किसी भी विपक्षी दल को पाकिस्तान की भाषा नहीं बोलनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘पार्लियामेंट में सब तैयार थे और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा 12.15 मिनट पर शुरू होनी थी। इससे ठीक 10 मिनट पहले विपक्षी दल एक नया मुद्दा लेकर आते हैं कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले एसआईआर मुद्दे पर चर्चा करे। संसद इस तरह से नहीं चलती है। पार्लियामेंट में हम लोग एक दूसरे की बातचीत सुनकर फिर बीएसी में चर्चा करके निर्णय करते हैं। फिर अचानक जब सब ने फैसला कर लिया कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करेंगे। करीब 16 घंटे तक बहस होगी। आज भी बहस होगी और फिर कल भी होगी। अचानक शर्त लेकर आना सही नहीं है। ये कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दल ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। मुझे ये बात समझ नहीं आ रही है।’

#WATCH | On Lok Sabha adjourned before commencement of discussion on Operation Sindoor, Union Minister Kiren Rijiju says, “Why are the Congress and Opposition now running away from discussion on Operation Sindoor?…””We were all ready for the discussion. 10 minutes before the… pic.twitter.com/tY25JphVBA

किरेन रिजिजू ने कहा, ‘विपक्ष ने चर्चा के लिए करीब दो महीने से मांग की थी। हम लोगों ने तो पहले ही दिन से कहा है कि हम ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अब ये कोई तरीका नहीं होता है कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से भागने के लिए आप रास्ता ढूंढ रहे हैं। ये तरीका ठीक नहीं है। ये पूरी तरह से धोखा है। यह लोकतंत्र के हिसाब से सही नहीं है।’

पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंंबरम और कांग्रेस बोल रहे हैं – शिवराज

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘विपक्षी दलों ने पलटी मारी है और ऑपरेशन सिंदूर से भागने का जो नाटक किया वो ठीक नहीं है। अभी हम लोग थोड़ी देर के बाद में संसद शुरू होने के बाद में ये जो नई कंडीशन लेकर आए हैं ये नहीं चलेगी और ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री प्रस्ताव शुरू में रखेंगे और रक्षा मंत्री जब चर्चा शुरू करें तो उनकी बात सुने और कोई भी विपक्षी पार्टी पाकिस्तान की भाषा ना बोले। विपक्ष के हंगामे से नाराज हुए ओम बिरला

‘अखिलेश जी…’ गुस्से में दिखे स्पीकर ओम बिरला, सदन स्थगित करने से पहले कही बड़ी बात

Lok Sabha Operation Sindoor Debate: संसद में आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी है लेकिन यह चर्चा विपक्षी हंगामे की वजह से अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। हंगामे के चलते पहले सदन की कार्यवाही को 12 बजे, फिर 01 बजे तक स्थगित किया गया। 01 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया, जिस पर स्पीकर ओम बिरला काफी गुस्से में आ गए और उन्होंने सपा सांसद अखिलेश यादव का नाम लेकर कहा कि वे नेताओं को सर्वदलीय बैठक में समझा कर भेजा करें।

दरअसल, 12 बजे हंगामे के चलते स्थगित हुई लोकसभा की कार्यवाही जब एक बजे फिर शुरू हो तो विपक्षी सांसदों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद बिहार वोटर लिस्ट के रिवीजन यानी SIR को लेकर चर्चा के आश्वासन की मांग करने लगे, जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई कहा कि ये तरीका बिल्कुल ठीक नहीं है।

आज की बड़ी खबरें

विपक्षी सांसदों के हंगामे को लेकर स्पीकर ओम बिरला ने कहा, “मैंने आपसे पूर्व आग्रह किया है, फिर आपसे मैं निवेदन करना चाहता हूं, सभी दल के नेताओं के साथ मेरी वार्ता हुई थी और सभी दल के नेताओं ने कहा था कि कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए, मैंने सहमति दी थी, सरकार ने सहमति दी थी. अब फिर आग्रह कर रहा हूं कि आप ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होने दें, जो सारे विषय हैं, उन सारे विषयों पर कभी भी सदन में बताने से चर्चा नहीं होगी।”

‘फौज को अगर और मौका मिलता तो वो PoK ले लेती’, चिदंबरम के बयान पर अखिलेश ने कही बड़ी बात | पढ़ें

स्पीकर के समझाने के बावजूद जब विपक्षी दलों के सांसद हंगामा करते रहे तो स्पीकर का गुस्सा देखने को मिला। उन्होंने कहा, “मैं फिर आपसे आग्रह करता हूं।” आप सर्वदलीय बैठक में इस बात की चर्चा करते हैं कि पहले SIR पर चर्चा होनी चाहिए, तब सदन चलने देंगे। पहले आप कमिटमेंट करते हैं।”

‘क्या NIA ने पहचान कर ली, कैसे पता आतंकी पाकिस्तान से आए’, पहलगाम हमले पर चिदंबरम | पढ़ें

इस दौरान ओम बिरला ने सपा सांसद अखिलेश यादव का नाम लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अखिलेश जी, आप सदन के नेताओं को भेजा करो तो थोड़ा समझा कर भेजा करो, निर्णय करने की क्षमता हो तो सर्वदलीय बैठक में आया करो। अगर कोई निर्णय पीछे से कर रहा है तो अपनी क्षमता में मत आने दो। सदन चलेगा तो ऑपरेशन सिंदूर पर चलेगा।”

इसके बावजूद जब सदन नहीं चला तो स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट के पुनर्रीक्षण का काम चल रहा है, जिसके विरोध में विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया है। वहीं इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर संसद में विपक्षी सांसद हंगामा कर रहे हैं।

‘CM योगी ने बनाया काम ना करने का रिकॉर्ड’, रिपोर्टर के सवाल पर भड़के अखिलेश | पढ़ें

‘मौन व्रत – मौन व्रत…,’ ऑपरेशन सिन्दूर पर चर्चा के सवाल पर बोले कांग्रेस सांसद शशि थरूर | पढ़ें

‘यह आदमी हमारे धैर्य की परीक्षा ले रहा है’, कर्नल सोफिया पर टिप्पणी करने वाले मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार

Supreme Court News: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मंत्री कुंवर विजय शाह को इंडियन आर्मी की अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगने के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि वह कोर्ट के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने कहा कि मंत्री का आचरण अदालत को उनकी मंशा और ईमानदारी पर संदेह पैदा कर रहा है।

लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, शाह की तरफ से पेश हुए वकील के परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और यह ऑनलाइन मौजूद है और इसे अदालत के रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। इस पर कोर्ट ने कहा, ‘इस तरह की माफी से आपका क्या मतलब है? यह आदमी हमारे धैर्य की परीक्षा ले रहा है। यह बयान उसने पहली तारीख को दिया था। यह रिकॉर्ड में कहां है? यह (ऑनलाइन माफी) उसके इरादों को दर्शाता है, इससे हमें उसकी ईमानदारी पर और शक होता है।’

PHD छोड़ सेना में शामिल, बहन फिल्म इंडस्ट्री में… कर्नल सोफिया कुरैशी से जुड़ी 5 बातें

जब उन्होंने बताया कि एसआईटी ने शाह का बयान दर्ज कर लिया है, तो जस्टिस कांत ने कोर्ट में मौजूद एसआईटी के एक सदस्य से सवाल किया कि पीड़ित या आहत लोगों के बयान दर्ज करने के बजाय शाह का बयान दर्ज करने का क्या महत्व है। जस्टिस ने कहा , ‘उसका बयान दर्ज करना इतना जरूरी क्यों है? जो लोग पीड़ित हुए हैं, उनके बयान दर्ज किए जाने चाहिए थे।’ इसके बाद, पीठ ने एसआईटी सदस्य से जांच पूरी करने में लगने वाले समय के बारे में पूछा।

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने मंत्री द्वारा दिए गए बयानों की जांच के लिए गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम को 13 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जांच टीम ने 87 लोगों से पूछताछ की है। वह इस समय उनके बयानों की जांच कर रही है। बेंच ने कांग्रेस नेता जया ठाकुर द्वारा शाह के इस्तीफे की मांग वाली याचिका पर भी विचार करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि रिट याचिका में पिछले मामलों के बारे में लगाए गए कुछ आरोपों की तीन सदस्यीय एसआईटी द्वारा जांच की जाएगी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 18 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी 

‘Enough Is Enough, अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया…’,पाकिस्तान को राजनाथ की चेतावनी

Rajnath Singh Operation Sindoor Speech: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने इस सैन्य ऑपरेशन के बारे में हर सवाल का जवाब दिया है। उनकी तरफ से बताया गया है कि आखिर कैसे 22 मिनट के भीतर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे सैन्य नेतत्व ने ना सिर्फ अपनी मैच्युरिटी दिखाई। ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले हमारी सेना ने हर पहलू का अध्ययन किया था। हमारे पास कई विकल्प थे, लेकिन हमने वो विकल्प चुने जिनसे आतंकियों के ठिकानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचे और पाकिस्तान के आम लोगों को नुकसान ना पहुंचे। सेना की स्ट्राइक ने आतंकियों के 9 ठिकानों को सटीकता से ध्वस्त किया, एक अनुमान के अनुसार 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। ये सिर्फ अनुमान है, आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है।

ये सारे वो आतंकी हैं जिन्हें पाकिस्तान की सेना का खुला समर्थन मिल रहा था। सेना ने उन सभी बेस को पूरी तरह नष्ट किया। पूरा ऑपरेशन मात्र 22 मिनट में संपन्न किया गया था, हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा है। प्रत्येक भारतीय इस भावना से होत प्रोत हो गया था। यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है, भारत की मस्तक की वीरता की निशानी है। सेना ने अंधेरी रात होने के बावजूद सेना ने सबूत भी जुटाए हैं, हमलों के कुछ देर बाद ही मीडिया के जरिए जनता के लिए जारी कर दिया गया था।

अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर को किसी के भी दबाव में नहीं रोका गया। उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन यह जरूर स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के कहने पर ही सीजफायर हुआ था। रक्षा मंत्री के मुताबिक तीनों ही सेनाओं को खुली आजादी दी गई थी, टारगेट भी उन्हीं को चुनने के लिए कहा गया था। संबोधन में रक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है, इसे फिर प्रारंभ किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने कोई भी मिस एडवेंचर किया तो फिर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

राहुल गांधी का नाम लिए बिना राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि ये नहीं पूछा कि दुश्मन के कितने विमान गिराए गए, यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है तो उन्हें यह पूछना चाहिए क्या भारत ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया,तो इसका उत्तर है हां, हां। मैं विपक्ष के साथियों से कहना चाहता हूं कि अगर पूछना है तो पूछिए कि क्या ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा, तो इसका जवाब है हां। अगर आपको सवाल पूछना है कि जिन आतंकियों ने बहनों क सिंदूर मिटाया, क्या हमने उनके आकाओं को मिटाया, तो इसका उत्तर है हां। अगर आपको पूछना है तो पूछिए क्या हमारे सैनिकों को कोई क्षति हुई है, तो जवाब है ना। लक्ष्य जब बड़े होते हैं तो छोटे मुद्दों पर ध्यान नहीं जाना चाहिए।

रक्षा मंत्री ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कोई परीक्षा में अच्छे नंबर लाता है तो परिमाण ही मैटर करता है, ये नहीं सोचना चाहिए कि पेंसिंल कैसे टूट गई। इसके बाद रक्षा मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत ने हमेशा शांति की बात की है। अटल बिहारी वाजपेयी ने भी 1999 में लाहौर की यात्रा की थी। 2015 में पीएम मोदी भी नवाज शरीफ से मिले थे। लेकिन टेररिज्म और टॉक साथ में नहीं चल सकती है।

पाकिस्तान पर हमला करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि एक ऐसा देश जिसके पास लोकतंत्र का एक भी तिनका ना हो, उससे बातचीत नहीं हो सकती, गोलियों की आवाज में संवाद की आवाज खो जाती है। राजनाथ सिंह ने इसके बाद दो टूक कहा कि भारत ने अब सुदर्शन चक्र उठा लिया है, अब शांत नहीं बैठा जाएगा। रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत पर भी विस्तार से बात की।

उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया कि आज का भारत सक्षम भी है और आत्मनिर्भर भी है। अगर कोई हमारे नागरिकों को मारेगा तो भारत चुप नहीं बैठेगा। हम आतंकवाद को हर रूप में खत्म करना चाहते हैं। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय दलों की भी तारीफ की जो दुनियाभर में भारत का संदेश लेकर गए थे।

रक्षा मंत्री ने लोकसभा में हुंकार भरते हुए कहा कि हमने एक नई लक्ष्मण रेखा खींच दी है, भारत अब किसी भी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से जो हमने किया, वो बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। लेकिन जो होता है समय पर ही होता है। हमारी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को स्पष्ट कर दिया है, उसको लेकर कोई समझौता नहीं होने वाला है। कुछ दिन पहले ही मुझे SCO बैठक में जाने का मौका मिला था, वहां के जारी बयान में हमारा स्टैंड कमजोर किया जा रहा था, ऐसे में हमने उस पर साइन ही नहीं किया और कोई ज्वाइंट स्टेटमेंट सामने नहीं आया।

LIVE: ‘महाराज अब रोक दीजिए बहुत हो गया’, लोकसभा में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर क्यों रोके हमले? रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दिया सबसे बड़े सवाल का जवाब

Operation Sindoor Debate in Lok Sabha: पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आज लोकसभा में बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की और विपक्ष द्वारा लंबे वक्त से उठाए जा रहे अहम सवाल का जवाब भी दिया। विपक्ष लगतार सवाल उठा रहा था कि आखिर भारतीय सेना ने बढ़त के बावजूद पाकिस्तान पर अपने हमले क्यों रोके। इसका जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अपने लक्ष्य को हासिल कर चुका था।

लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर तीनों सेनाओं के समन्वय का शानदार उदाहरण था। हमारी सेनाओं ने पाकिस्तान की हर हरकत का करारा जवाब दिया। भारतीय नौसेना ने भी उत्तरी सीमा पर अपनी तैनाती मजबूत कर दी। हम समुद्र से लेकर जमीन तक पाकिस्तान पर हमले में सक्षम हैं।

आज की बड़ी खबरें | Parliament Session Updates

राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से यह संदेश देना था कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलेरेंस की नीति रखता है। ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा और सभी उद्देश्य पूरे होने के बाद ही इसे रोका गया। किसी भी दबाव में ऑपरेशन रोकने के दावे पूरी तरह से गलत हैं।

‘Enough Is Enough, अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया…’,पाकिस्तान को राजनाथ की चेतावनी | पढ़ें

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी सिर्फ रोका गया है और अगर पाकिस्तान की तरफ से फिर कोई दुस्साहस किया गया तो यह ऑपरेशन फिर शुरू होगा। भारतीय सेना और वायुसेना के साथ ही नौसेना की समन्वय कार्रवाई ने पाकिस्तान को झुकने के लिए मजबूर कर दिया।

भारत के कितने विमान गिराए गए? राजनाथ सिंह बोले- किसी भी परीक्षा में परिणाम मैटर करता है… | पढ़ें

उन्होंने बताया कि 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया और भारतीय सेना से अपनी कार्रवाई रोकने की अपील की। हमारे सैनिकों का मनोबल औऱ समर्पण उसका दर्शन 140 करोड़ भारतीयों ने किया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैंने खुद अपनी आंखों से देखा कि हमारे सैनिकों का मनोबल बुलंदी पर था। वे न केवल भारतीय सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं बल्कि हमारे स्वाभिमान की भी रक्षा कर रहे हैं।

‘अखिलेश जी…’ गुस्से में दिखे स्पीकर ओम बिरला, सदन स्थगित करने से पहले कही बड़ी बात | पढ़ें

लिडवास में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’ जारी, 3 आतंकी ढेर | पढ़ें

Operation Sindoor: भारत के कितने विमान गिराए गए? राजनाथ सिंह बोले- किसी भी परीक्षा में परिणाम मैटर करता है…

Operation Sindoor: संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बहस जारी है। लोकसभा में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरकार की ओर से अपनी बात रख रहे हैं। सदन में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने लड़ाकू विमानों को लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष बार बार ये सवाल कर रहा है कि हमारे कितने विमान गिराए गए, इस प्रश्न की जगह दूसरा प्रश्न करना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण ये नहीं कि कितने विमान गिराए गए, इसके जगह किसी भी परीक्षा का परिणाम मैटर करता है। जो ये हैं कि इस ऑपरेशन में भारत ने विजय पताका फहराया है।

रक्षा मंत्री ने लोकसभा में बोलते हुए आगे कहा, ‘अध्यक्ष महोदय, कभी-कभी विपक्ष के लोग ये बात पूछते रहे हैं कि हमारे कितने विमान गिराए गए? मुझे लगता है कि उनका ये प्रश्न राष्ट्रीय जनभावनाओं का सही से प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा है। उन्होंने एक बार भी हमसे नहीं पूछा कि हमारी सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान मार गिराए।’ इसके बाद सत्ता पक्ष के सभी संसद सदस्य जोर-जोर से मेज थपथपाने लगे।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है तो ये प्रश्न पूछा जाना चाहिए कि क्या भारत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया, तो उसका उत्तर है हां। मैं विपक्ष के सभी सम्मानित साथियों से कहना चाहता हूं, आपको प्रश्न पूछना है तो ये पूछिए कि क्या ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा तो उसका उत्तर है हां। आपको प्रश्न पूछना है तो ये प्रश्न पूछिए कि जिन आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा उन सभी के आकाओं के ठिकानों को बर्बाद किया, तो उत्तर है हां।’

भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर क्यों रोके हमले? रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दिया सबसे बड़े सवाल का जवाब

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम मे हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीय मारे गए थे। जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल से हमले किए। भारतीय सेना की ओर से इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इंडियन आर्मी ने इस ऑपरेशन को लेकर बताया था कि भारत ने उन आतंकी ढांचों को निशाना बनाया जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें अंजाम दिया गया था। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीद के भी शामिल हैं। इस हमले से पाकिस्तान पूरी तरह से हिल गया था।