Jagdeep Dhankhar Resignation: क्या CM नीतीश कुमार होंगे उपराष्ट्रपति? बिहार सरकार में BJP के मंत्री का बहुत बड़ा बयान आ गया

Bihar CM Nitish Kumar News: उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की सबसे ज्यादा चर्चा जिस राज्य में हो रही है, वह सूबा बिहार है। इसके पीछे वजह यह है कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसे लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम सबसे आगे है। हालांकि यह सिर्फ सोशल मीडिया पर चल रही अटकलें हैं लेकिन तमाम लोगों का ऐसा दावा है कि नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनने का मौका मिल सकता है।

अब इस मामले में नीतीश की सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू का बयान भी आ गया है। नीरज कुमार सिंह बबलू से मंगलवार को जब पत्रकारों ने सवाल पूछा कि ऐसी चर्चा चल रही है कि नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनना चाहिए तो उन्होंने सीधे शब्दों में जवाब दिया, ‘अच्छी बात है, बन जाएं तो क्या दिक्कत है… बन जाएं।’

#WATCH | Patna: When asked about speculations of CM Nitish Kumar in the race for the vice-president’s post after Dhankhar’s resignation, Bihar Minister Neeraj Kumar Singh Bablu says, “It is a good thing. If he becomes, then what is the problem with this?…” pic.twitter.com/rA2ZFWQcSA

इस मामले में बिहार बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर का भी बयान आया है। ठाकुर ने कहा, “उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया; इसमें कोई संदेह नहीं है… अगर नीतीश कुमार (उपराष्ट्रपति के रूप में) कार्यभार संभालते हैं तो बिहार के लोग खुश होंगे।”

#WATCH | Patna | On VP Jagdeep Dhankhar’s resignation, BJP MLA Haribhushan Thakur says, “He resigned due to health conditions; this is not questionable… Bihar’s people will be happy if Nitish Kumar takes over (as Vice President)…” pic.twitter.com/6KxHKfI6yx

नीरज कुमार सिंह बबलू और बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयानों से सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को ताकत मिली है क्योंकि टीवी चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बात को लेकर बहस चल रही है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा और इसमें अधिकतर लोग इस पद पर नीतीश कुमार की दावेदारी को मजबूत बता रहे हैं। हालांकि नीतीश की पार्टी जेडीयू की ओर से इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद ये 5 सवाल सभी के मन में आ रहे हैं

फिर भी चर्चाओं और अटकलों का बाजार गर्म है। बिहार में अगले महीने विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है और अक्टूबर-नवंबर तक राज्य में नई सरकार बन जाएगी। इस बीच, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद जब सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में चलने लगा तो पटना से लेकर दिल्ली तक लोगों के कान खड़े हो गए। लोगों ने सवाल उठाया कि क्या वाकई ऐसा हो सकता है?

नीतीश कुमार पिछले 20 साल से (जीतन राम मांझी के 10 महीने के कार्यकाल को छोड़कर) लगातार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। नीतीश कुमार चाहे गठबंधन के साथ रहे या फिर एनडीए के साथ, वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहे लेकिन अब ऐसी चर्चा है कि वह बतौर उपराष्ट्रपति दिल्ली जा सकते हैं।

इस तरह की चर्चाओं पर तब तक विराम नहीं लगेगा जब तक एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया जाता। एक चर्चा यह भी है कि नीतीश कुमार को अगर बीजेपी और एनडीए उपराष्ट्रपति बनाते हैं तो इससे उन्हें विधानसभा चुनाव में बिहार की पिछड़ी जातियों का अच्छा-खासा समर्थन मिलेगा।

धनखड़ के इस्तीफे के बाद कौन चलाएगा राज्यसभा? यहां जानें जवाब

बिहार की आबादी में पिछड़ा समुदाय की आबादी 63% है और यह न सिर्फ बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश और भारत के तमाम राज्यों में एक ताकतवर जातीय समूह है। इस तरह की अटकलें सही साबित होती हैं यानी नीतीश कुमार अगर उपराष्ट्रपति बनते हैं तो एनडीए उत्तर प्रदेश, बिहार में पिछड़ी जाति के मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकता है।

देखना होगा कि इस तरह की अटकलों में कितना दम है?

‘मैं सही टाइम पर रिटायर होऊंगा’, धनखड़ ने कुछ दिन पहले कहा था

इस्तीफा जगदीप धनखड़ का, लेकिन पूरा विपक्ष जेपी नड्डा को ‘विलेन’ बताने में क्यों लगा?

Why Did Jagdeep Dhankar Resign: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा हो चुका है। उस इस्तीफे को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। धनखड़ ने खुद जरूर स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, लेकिन विपक्ष इसे एक बड़ा राजनीतिक कदम मान रहा है, वो इसके अलग ही मायने निकाल रहा है। यहां भी सबसे ज्यादा चर्चा बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की हो रही है। पूरा विपक्ष इस समय जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद जेपी नड्डा को ही विलेन की तरह पेश कर रहा है।

अब विपक्ष के पास अपनी एक थ्योरी इस समय तैयार है। उस थ्योरी के आधार पर ही वो धनखड़ के इस्तीफे के बाद नड्डा को निशाने पर ले रहे हैं। यह पूरा विवाद सोमवार को शुरू हुए मानसून सत्र से जुड़ा हुआ है। असल में राज्यसभा में जेपी नड्डा की विपक्षी सांसदों के साथ कहासुनी हुई थी। संसद की कार्यावही के दौरान क्योंकि विपक्ष लगातार हंगामा कर रहे थे, ऐसे में जेपी नड्डा ने दो टूक कहा था- मैं जो बोल रहा हूं, वहीं ऑन रिकॉर्ड जाएगा, बाकी कुछ नहीं जाएगा। अब इसी बयान को विपक्ष ने एक बड़ा मुद्दा बना लिया है।

विपक्ष के नेताओं का तर्क है कि जेपी नड्डा ने इस बयान से सीधे-सीधे चेयर का अपमान किया है। विपक्ष ही इस थ्योरी को भी बल दे रहा है कि इसी वजह से जगदीप धनखड़, जेपी नड्डा से खफा हो गए थे। इसके ऊपर इस समय खबर यह भी है कि बिजनेस एडवाइजरी की जो मीटिंग सोमवार शाम को होनी थी, उसमें जेपी नड्डा ने हिस्सा नहीं लिया। विपक्ष ने इसे भी मुद्दा बना लिया है, वो भी इसे भी धनखड़ की नाराजगी और अपमान से जोड़कर देख रहा है। यह अलग बात है कि इस विवाद पर अब खुद जेपी नड्डा ने सफाई पेश की है।

सबसे मुखर उपराष्ट्रपति बनने में सफल रहे धनखड़

बैठक में शामिल ना होने पर नड्डा ने कहा था कि उपराष्ट्रपति कार्यालय को बैठक में उपस्थित न हो पाने की हमारी असमर्थता के बारे में सूचित कर दिया गया था। इसके अलावा संसद वाले विवाद के लिए भी नड्डा ने दो टूक कहा कि उनका बयान चेयर के लिए नहीं बल्कि हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों के लिए था। वैसे एक और कारण इस समय सामने आया है जिसे धनखड़ के इस्तीफए से जोड़कर देखा जा रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जस्टिस यशवंत वर्मा को जो हटाने की तैयारी चल रही है, उसमें राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने भी एक नोटिस दे दिया था, वो साइन किया गया नोटिस वर्मा को हटाने को लेकर ही था। बड़ी बात यह रही कि जगदीप धनखड़ ने उसे स्वीकार कर लिया। यह तब की बात है जब लोकसभा में सरकार द्वारा जस्टिस वर्मा को हटाने की कार्रवाई शुरू तक नहीं की गई थी। ऐसे में माना गया कि क्रेडिट की रेस में विपक्ष आगे निकल गया और सरकार की फजीहत हुई। कुछ लोग इस थ्योरी को भी जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से जोड़कर देख रहे हैं।

ये भी पढ़ें- धनखड़ के इस्तीफे पर पीएम नरेंद्र मोदी का पहला रिएक्शन

अभिनंदन ने जिस फाइटर जेट से तबाह किया था पाकिस्तान का F-16, अब वायुसेना से हो रही उसकी विदाई

MIG-21 Retirement: भारतीय वायुसेना में शामिल मिग-21 विमान के रिटायरमेंट का समय नजदीक आ गया है। 62 साल से वायुसेना को अपनी सेवाएं दे रहे मिग 21 को चंडीगढ़ एयरबेस एक खास समारोह में विदाई दी जाएगी। मिग 21 मूल रूप से रूस तत्कालीन सोवियंत संघ द्वारा बनाया गया विमान है, जिसे साल 1963 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया था। देश के दुश्मनों के खिलाफ निर्णायक कार्यवाइयों में मिग-21 की अहम भूमिका थी।

साल 2019 में जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी,तो उसके बाद इसी मिग-21 विमान को विंग कमांडर अभिननंद वर्धमान उड़ा रहे थे। विंग कमांडर ने इसी मिग विमान से पाकिस्तान के अमेरिका निर्मित F-16 जैसे विमान को नेस्तानाबूद कर दिया था। अभिनंदन गलती से पाकिस्तान में जरूर चले गए थे लेकिन 48 घंटे में ही भारत की कूटनीति की बदौलत उनकी वतन वापसी हुई थी।

आज की बड़ी खबरें

बता दें कि मिग-21 एक हल्का सिंगल पायलट फाइटर जेट है। भारतीय वायुसेना ने पहली बार 60 के दशक में मिग 21 विमानों को शामिल किया था। सोवियत रूस के मिकोयान-गुरेविच डिजाइन ब्यूरो ने मिग 21 1969 में बनाया था। यह लड़ाकू विमान करीब 18 हजार मीटर तक की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है और एयर टू एयर मिसाइलों और बमों को ले जाने में भी सक्षम माना जाता है।

‘वो लंबे – जंबे जाट हैं, हट्टे – कट्टे’, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर रेणुका चौधरी बोलीं- BJP में अजीब वायरस घूम रहा

भारतीय वायुसेना ने 1965 और 1971 में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान इन विमानों का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के लिए यह मिग-21 विमान रीढ़ की हड्डी माने जाते थे, लेकिन इनकी खामियों की वजह से भारतीय वायुसेना को काफी नुकसान भी हुआ था, जिन पर बात करना बेहद जरूरी है।

मिग 21 विमान रूस ने बनाए थे लेकिन इनके साथ दिक्कत ये थी कि ये कई खामियों की वजह से क्रैश हो जाते ह। इसीलिए 1985 में रूस ने अपनी वायुसेना से इन विमानों को रिटायर कर दिया था। इतना ही नहीं, रूस से ये विमान बांग्लादेश ने भी खरीदे थे और उन्होंने ने भी अपने यहां मिग 21 को रिटायर कर दिया था। मिग 21 विमान को विडो मेकर, फ्लाइंग कॉफिन, यानी उड़ता हुआ ताबूत भी कहा जाता था।

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर पीएम नरेंद्र मोदी का पहला रिएक्शन

ना विपक्ष को बख्शा, सरकार को भी आईना… सबसे मुखर उपराष्ट्रपति बनने में सफल रहे धनखड़

‘वह अभी भी जज हैं, आपके दोस्त नहीं’, जस्टिस यशवंत वर्मा को नाम से बुलाने पर भड़के CJI; वकील से बोले – कोर्ट को हुक्म मत दो

Supreme Court News: भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील मैथ्यूज नेदुंपरा को कड़ी फटकार लगाई। सीजेआई ने ऐसा इस वजह से किया क्योंकि उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान उन्हें सिर्फ वर्मा कह दिया था।

वकील मैथ्यूज नेदुंपरा ने कोर्ट से जस्टिस वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली अपनी याचिका पर तत्काल सुनवाई का आग्रह किया था। उन्होंने कोर्ट में यह तीसरी रिट याचिका दायर की है। एक मौके पर उन्होंने जस्टिस वर्मा को केवल वर्मा कह दिया। इस पर तुरंत सीजेआई ने वकील को कड़ी फटकार लगाई और कहा, ‘अगर आप चाहते हैं कि मैं इसे अभी खारिज कर दूं, तो मैं इसे अभी खारिज कर दूंगा। क्या जस्टिस वर्मा आपके दोस्त हैं? वे अब भी हाईकोर्ट के एक विद्वान जज हैं। कुछ तो शिष्टाचार रखें। आप उन्हें ‘वर्मा’ कैसे कह रहे हैं।’

लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, नेदुंपरा ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह महानता उन पर लागू हो सकती है। मामला लिस्ट होना चाहिए। इस पर सीजेआई गवई ने कहा कि कोर्ट को हुक्म मत दो।’ सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी नेदुंपरा के वर्मा शब्द पर कड़ी आपत्ति जताई और जोर देकर कहा कि वह अभी भी इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज हैं।

वकील और प्रोफेसर का घर गिराने पर बिफरा सुप्रीम कोर्ट

वरिष्ठ वकील नेदुंपरा ने अपनी याचिका में दिल्ली पुलिस को जस्टिस वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और नकदी बरामदगी की जांच करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि इतने बड़े पैमाने पर नोटों की बरामदगी एक क्राइम है। बता दें कि 14 मार्च को आग लगने की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और पुलिसकर्मी जज के सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां उन्हें प्लास्टिक की थैलियों में बड़ी मात्रा में अधजले नोट मिले।

नेदुंपरा की याचिका में कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर वीडियो और फोटों लीं, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की। ऐसा इसलिए क्योंकि के. वीरास्वामी बनाम भारत सरकार मामले में दिए गए फैसले में कहा गया है कि किसी जज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए सीजेआई की इजाजत बेहद ही जरूरी है। जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ आएगा महाभियोग प्रस्ताव?

मॉर्निंग वॉक पर गए थे मुख्यमंत्री, अचानक आया चक्कर, अस्पताल में करवाना पड़ा भर्ती

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने जानकारी दी है कि आज सुबह एमके स्टालिन हर रोज की तरह मॉर्निंग वॉक पर गए थे, तभी उन्हें हल्का चक्कर आया है। इसके बाद उन्हें जांच के लिए चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उनके जरूरी टेस्ट किए जा रहे हैं।

Chief Minister of Tamil Nadu, MK Stalin, had mild giddiness during his routine morning walking. He has been admitted to Apollo Hospitals, Chennai for evaluation of his symptoms and the necessary diagnostic tests are being done. pic.twitter.com/kps4fCDNQq

‘प्रधानमंत्री की लापरवाही की वजह से…’, TMC के कल्याण बनर्जी बोले- नरेंद्र मोदी देश से माफी मांगें

Kalyan Banerjee Pahalgam Attack: संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत इस बार हंगामेदार हुई है। पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने पहलगाम आतंकी हमले की वजह, सुरक्षा में चूक और विदेश नीति को लेकर सवाल खड़े किए हैं। टीएमसी सांसद ने कहा कि पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।

दरअसल, टीएमसी के लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की लापरवाही के कारण आतंकवादी देश में घुस आए और निर्दोष लोगों की हत्या कर भाग गए। प्रधानमंत्री मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।”

संसद की कार्यवाही के अपडेट्स | आज की बड़ी खबरें

कल्याण बनर्जी ने केंद्र सरकार पर खुफिया एजेंसी की निगरानी में चूक और लापरवाही को पहलगाम आतंकी हमले की अहम वजह बताया है। कल्याण बनर्जी ने कहा, “पीएम मोदी को माफी मांगनी चााहिए क्योंकि पहलगाम की घटना उनकी अक्षमता और लापरवाही के कारण हुई। प्रधानमंत्री में कोई क्षमता नहीं है और एक भी देश उन्हें पसंद नहीं करता।”

‘ट्रंप ने 24 बार कही सीजफायर की बात, ये देश का अपमान’, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े खड़गे

#WATCH | Delhi | TMC MP Kalyan Banerjee says, “…Due to the carelessness of the Prime Minister and Union Home Minister Amit Shah, terrorists entered the country and killed innocent people and they left the place.. PM Modi should apologise to the nation, as the Pahalgam incident… pic.twitter.com/SuRr74Lya1

राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना; बोले- मुझे बोलने नहीं दिया जाता

बता दें पूरा विपक्ष पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर में कथित तौर पर गिरे भारतीय फाइटर जेट्स, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान और एस जयशंकर के बयानों के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष लोकसभा और राज्यसभा दोनं ही सदनों में आज से शुरू हुए मानसून सत्र में विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है। इस मुद्दे किसी और नहीं बल्कि पीएम मोदी से जवाब की मांग अड़े हुए हैं।

राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इसी मुद्दे को लेकर रूल 67 के तहत चर्चा की मांग की और कहा कि इस मुद्दे पर भारत का ट्रंप की वजह से अपमान हुआ है।

राहुल ने खिलाया, प्रियंका ने सभी में बांटा… खड़गे के बर्थडे सेलिब्रेशन का VIDEO

मानसून सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने किया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र

राहुल ने खिलाया, प्रियंका ने सभी में बांटा… खड़गे के बर्थडे सेलिब्रेशन का VIDEO

Mallikarjun Kharge Birthday Celebration: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्मदिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने काफी जोर-शोर से मनाया है। सोशल मीडिया पर उनके बर्थडे सेलिब्रेशन का एक वीडियो भी वायरल हो चुका है। वायरल वीडियो में सबसे पहले खड़गे अपना केक कट करते हैं, फिर राहुल अपने हाथों से उन्हें खिलाते हैं। राहुल का वो अंदाज देख सभी कांग्रेस सांसद खासा उत्साहित हो गए हैं।

वीडियो में प्रियंका गांधी भी दिखाई दे रही हैं जिन्होंने सभी में केट बांटा। उन्होंने खुद सामने से उस केक को लिया और फिर अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी को खिलाया। लोग सोशल मीडिया पर प्रियंका के इस अंदाज की भी खासा चर्चा कर रहे हैं। अब राजनीतिक बयान और आरोप-प्रत्यारोप के बीच में इस तरह का वीडियो लोगों के दिल में अपनी जगह बना चुका है। इससे पहले भी राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की ऐसी केमिस्ट्री देखने को मिल चुकी है।

#MonsoonSession | Delhi: Congress MPs, including Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, today celebrated the birthday of party president and Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge.(Source: AICC) pic.twitter.com/RYQaQLECCC

जानकारी के लिए बता दें कि इस समय संसद का मानसून सत्र चल रहा है। उस बीच ही मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्मदिन मनाया गया है। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान भी केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने सबसे पहले खड़गे को जन्मदिन की हार्दिक बधाई दी थी। लेकिन उसके बाद दोनों ही तरफ से तीखे हमले भी शुरू हो गए। असल में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर खड़गे ने कुछ ऐसा बोला कि नड्डा को भी गुस्सा आ गया।

अपने संबोधन में खड़गे ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र करते हुए बोला कि उनकी तरफ से 24 बार दावा हुआ कि उन्होंने भारत-पाक का युद्ध रुकवाया। उनके इसी बयान पर नड्डा ने नियमों का हवाला देते हुए खड़गे पर तंज कसा। बाद में देखते ही देखते हंगामा और ज्यादा बढ़ गया और राज्यसभा की कार्यवाही को ही स्थगित करना पड़ गया। वैसे सरकार ने साफ कर दिया है कि वो ऑपरेशन सिंदूर पर नियमों के तहत चर्चा करने को तैयार है।

ये भी पढ़ें- मानसून सत्र का हर अपडेट

Parliament Monsoon Session: ‘एक सेकंड में दौड़ कर हाउस से निकले…’, राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना; बोले- मुझे बोलने नहीं दिया जाता

Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र 2025 की शुरुआत विपक्ष द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग के साथ हंगामेदार रही। दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कहा कि विपक्ष को सदन में बोलने देने चाहिए।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘देखिए सवाल यह है कि जो हाउस में डिफेंस मिनिस्टर को बोलने देते हैं और उनके लोगों को बोलने देते हैं। मगर विपक्ष से अगर कोई कुछ कहना चाहता है तो उसे कोई भी इजाजत नहीं है। मैं लोकसभा में विपक्ष का नेता हूं और मेरा हक है। वो मुझे तो कभी बोलने ही नहीं देते हैं। ये एक नया अप्रोच है। पीएम मोदी दौड़कर एक सेंकड में हाउस से निकल गए और कोई भी चर्चा नहीं की। मगर सबसे बड़ा इश्यू ये है कि अगर सरकार के लोग बोले तो हमें भी स्पेस मिलना चाहिए। हम दो शब्द कहना चाहते थे पर विपक्ष को इजाजत नहीं है।’

#WATCH | After Lok adjourned till 2 pm on the first day of the Monsoon session, LoP Lok Sabha Rahul Gandhi says, “The question is – the Defence Minister is allowed to speak in the House, but Opposition members, including me, who is the LoP, are not allowed to speak…This is a… pic.twitter.com/bD3ELbiEkd

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अगर सरकार चर्चा के लिए तैयार है तो चर्चा करे। लोकसभा में विपक्ष के नेता को बोलने दें। उन्हें क्यों नहीं बोलने दिया जाता है। अगर हर चीज के लिए सरकार तैयार हैं तो विपक्ष के नेता का मुंह क्यों बंद कर रहे हैं। खड़े हैं बोलने के लिए तो बोलने देना चाहिए।’

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े खड़गे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी ने कहा, उनका इरादा सत्र को चलने नहीं देना है। उनका इरादा सशस्त्र बलों के शौर्य पर चर्चा नहीं होने देना है। जब सत्र शुरू हुआ तो आप प्रश्नकाल में कैसे बाधा डाल सकते हैं? लोकसभा अध्यक्ष लगातार कहते रहे कि प्रश्नकाल के बाद उन्हें अनुमति दी जाएगी, लेकिन उन्होंने बाधा डाली। विपक्ष एक बाधा डालने वाला तत्व है। लोग यह सब देख रहे हैं।’

वहीं बीजेपी नेता जगदंबिका पाल ने कहा, ‘आपने देखा होगा, मैं आसन से लगातार कह रहा था, अध्यक्ष जी ने कहा कि जो भी मुद्दे उठाए जाएंगे, सरकार उन पर जवाब देने के लिए तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री जी खड़े हुए, उनकी कार्य मंत्रणा समिति की बैठक है, सरकार जवाब देने के लिए तैयार है, रक्षा मंत्री ने दोहराया। जिस तरह से उन्होंने मानसून सत्र के पहले दिन कामकाज नहीं होने दिया, उससे लगता है कि यह पूर्वनियोजित था।’ मानसून सत्र से जुड़ी बड़ी अपडेट्स के लिए पढ़ें लाइव ब्लॉग

PM मोदी का दिया साथ तो शशि थरूर का होने लगा बायकॉट? कांग्रेस नेता बोले – हम उन्हें नहीं बुलाएंगे

Kerala Congress on Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर अपनी पार्टी में घिरते नजर आ रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने खुद कहा था कि उनके पार्टी के साथ कुछ मामलों में मतभेद हैं लेकिन वे उसे बातचीत से हल कर लेंगे लेकिन अब केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन ने शशि थरूर पर ही हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक शशि थरूर अपने रुख में बदलाव नहीं करेंगे, तब तक उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाएगा।

शशि थरूर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से चौथी बार के सांसद हैं। वे राज्य की सियासत में बेहद पॉपुलर नेता माने जाते हैं लेकिन के मुरलीधरन ने कहा है कि उन्हें उनके ही संसदीय क्षेत्र यानी तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाएगा।

संसद की कार्यवाही के अपडेट्स | आज की बड़ी खबरें

केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.मुरलीधरन ने कहा है कि थरूर को तब तक किसी भी पार्टी के कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाएगा, जब तक कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा रुख नहीं बदलेंगे। इसको लेकर ही सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी केरल में अपने ही दिग्गज नेता का अघोषित बहिष्कार कर रही है?

राहुल ने खिलाया, प्रियंका ने सभी में बांटा… खड़गे के बर्थडे सेलिब्रेशन का VIDEO

के.मुरलीधरन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, “थरूर अब हमारे साथ नहीं हैं। इसलिए उनके द्वारा किसी कार्यक्रम का बहिष्कार करने का कोई सवाल ही नहीं है।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के मेंबर शशि थरूर को अब हम में से एक नहीं माना जाता। पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा कि कांग्रेस सांसद के खिलाफ क्या कार्रवाई होनी चाहिए।”

‘ट्रंप ने 24 बार कही सीजफायर की बात, ये देश का अपमान’, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े खड़गे

गौरतलब है कि के.मुरलीधरन के इस बयान के ठीक एक दिन पहले शशि थरूर ने कहा था कि किसी भी नेता की पहली वफादारी देश के प्रति होनी चाहिए, न कि पार्टी के प्रति। पार्टियां सिर्फ देश को बेहतर बनाने का जरिया हैं। शशि थरूर ने कहा था कि अगर देश ही नहीं बचेगा, तो पार्टियों का क्या फायदा? इसलिए जब देश की सुरक्षा का सवाल हो, तब सभी दलों को मिलकर काम करना चाहिए।

राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना; बोले- मुझे बोलने नहीं दिया जाता

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक के मुद्दे पर शशि थरूर ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की थी। थरूर ने सरकार और सेना को पाकिस्तान में आतंकवाद पर लिए एक्शन की सराहना की थी। वहीं पीएम मोदी की विदेश नीति की भी प्रशंसा भी की थी।

फाइटर जेट्स के गिरने के आरोपों से लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को लेकर, राहुल गांधी जब सवाल उठा रहे थे, तो उस दौरान ही शशि थरूर पार्टी लाइन से हटकर मोदी सरकार और सेना की तारीफ कर रहे थे, जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी थरूर से काफी नाराज बताई जा रही है।

राहुल ने खिलाया, प्रियंका ने सभी में बांटा… खड़गे के बर्थडे सेलिब्रेशन का VIDEO

मानसून सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने किया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जि

‘बंगाली का विरोध क्यों?’, भाषा विवाद के बीच BJP पर भड़कीं ममता बनर्जी, बोलीं – TMC को गाली देकर…

TMC Martyrs Day Rally: पश्चिम बंगाल में आज टीएमसी ने ‘शहीद दिवस’ रैली की है। इस रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। ममता दीदी ने इस दौरान भाषा को लेकर जारी विवाद के बीच बंगाली भाषा के अपमान और विरोध का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन प्रोसेस को लेकर चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाषा को लेकर जारी विवाद पर कहा, “हम हिंदी, मराठी, गुजराती सभी भाषा को प्यार करते हैं लेकिन आप (BJP) बंगाली का विरोध क्यों कर रहे हैं? जरूरत पड़ी तो फिर से भाषा आंदोलन होगा।” ममता बनर्जी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “तृणमूल जब पैदा हुई थी, तब कहा गया था कि इसे गाय खा जाएगी। तृणमूल को खत्म करना इतना आसान नहीं है।”

संसद की कार्यवाही के अपडेट्स | आज की बड़ी खबरें

ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों और मुख्यतः बीजेपी पर हमलावर होते हुए कहा, “जो लोग सोचते हैं कि ममता-अभिषेक-तृणमूल को गाली देकर बच निकलेंगे, वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। अब अगर कोई तुम्हें चोर कहे, तो तुम जवाब में कहोगे कि तुम चोर और लुटेरे हो।” ममता बनर्जी ने कहा, “ये तो कोयले और गाय से पैसा खाने वाले लोग हैं।”

राहुल ने खिलाया, प्रियंका ने सभी में बांटा… खड़गे के बर्थडे सेलिब्रेशन का VIDEO

#WATCH | Kolkata, West Bengal | CM Mamata Banerjee says, “We respect all the languages, be it Hindi, Gujarati, Marathi, Rajasthani…The people of West Bengal played a big role in the Independence movement… No one else can do what the people of West Bengal can…”(Source:… pic.twitter.com/bXtzE4Wq15

सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक हम बीजेपी को केंद्र से बाहर नहीं कर देते। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी भाजपा और चुनाव आयोग बंगाल के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और बंगालियों को मतदाता सूची से हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में बंगालियों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें हिरासत शिविरों में रखा जा रहा है।

‘ट्रंप ने 24 बार कही सीजफायर की बात, ये देश का अपमान’, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े खड़गे

ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी को ये बताना चाहिए कि उसके शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार क्यों हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह के अत्याचार के खिलाफ हैं, ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करें। ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि अगर वो बंगाल में सत्ता में आई तो विकास हो जाएगा।

PM मोदी का दिया साथ तो शशि थरूर का होने लगा बायकॉट? कांग्रेस नेता ने बोले – हम उन्हें नहीं बुलाएंगे

ममता ने कहा कि बीजेपी को ये पहले बताना चाहिए कि पिछले 11 साल में बीजेपी ने देश के लिए क्या किया है। उन्होंने पूछा कि असम में बीजेपी सरकार को बंगाल के निवासियों को एनआरसी नोटिस भेजने का अधिकार किसने दिया है।

ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी में एसआईआर जैसी कवायद करने की योजना बना रही है लेकिन बंगाल कभी भी इसकी अनुमति नहीं देगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बंगालियों और उनकी भाषा पर आतंक फैलाया; अगर यह नहीं रुका, तो हमारा प्रतिरोध आंदोलन दिल्ली पहुंच जाएगा।

बीजेपी पर हमलावर होते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि बीजेपी की लीडरशिप वाली केंद्र सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इशारे पर चल रही है। उन्होंने पूछा कि जब अमेरिका ने अवैध प्रवासी भारतीयों को बेड़ियों में जकड़कर वापस भारत भेजा तो उस वक्त बीजेपी क्या कर रही थी।

मॉर्निंग वॉक पर गए थे मुख्यमंत्री, अचानक आया चक्कर, अस्पताल में करवाना पड़ा भर्ती

मानसून सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने किया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र