भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि अगर वह करियर की कोई एक घटना भुलाना चाहेंगे, तो वह अपने पूर्व साथी खिलाड़ी एस. श्रीसंत को थप्पड़ मारना है। हरभजन ने यह स्वीकार किया कि इंडियन प्रीमियर लीग के पहले संस्करण में जो कुछ भी हुआ, उसके लिए वह पूरी तरह से ज़िम्मेदार थे। उन्होंने श्रीसंत की बेटी के साथ हुई बातचीत के बारे में भी बताया, जिसने उनका दिल तोड़ दिया और उनकी आंखों में आंसू आ गए थे।
आईपीएल 2008 के दौरान मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए हरभजन ने एक लीग मैच के अंत में किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था। हालांकि, बीसीसीआई ने हरभजन को निलंबित कर दिया था, लेकिन यह अभी भी आईपीएल की सबसे चर्चित घटनाओं में से एक है। रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर ‘कुट्टी स्टोरीज’ शो में बोलते हुए हरभजन से पूछा गया कि क्या वह अपने जीवन से कोई घटना हटाना चाहेंगे? इस भज्जी ने कहा कि वह यह घटना होगी। बता दें कि हरभजन और श्रीसंत 2011 में भारत की वर्ल्ड कप चैंपियन टीम का हिस्सा रहे।
हरभजन ने अश्विन के शो पर श्रीसंत को थप्पड़ मारने को लेकर कहा, “एक चीज जो मैं अपनी जिंदगी में बदलना चाहता हूं, वो है श्रीसंत वाली घटना। मैं उस घटना को अपने करियर से हटाना चाहता हूं। यही वो घटना है जिसे मैं अपनी लिस्ट से बदलना चाहूंगा। जो हुआ वो गलत था और मुझे वो नहीं करना चाहिए था जो मैंने किया। मैंने 200 बार माफी मांगी। मुझे सबसे बुरा ये लगा कि उस घटना के सालों बाद भी, मैं हर मौके या स्टेज पर माफी मांगता रहा हूं। वो एक गलती थी।”
हरभजन ने कहा, “हम सभी गलतियां करते हैं और हम उम्मीद करते हैं और कोशिश करते हैं कि ऐसी गलतियां फिर कभी न दोहराएं। वो मेरा टीममेट था और हम साथ खेल रहे थे। हां, उस मैच में हम विरोधी थे। लेकिन बात उस हद तक नहीं पहुंचनी चाहिए थी जहां हम इस तरह का व्यवहार करें। हां, वो मेरी गलती थी और उसकी सिर्फ इतनी गलती थी कि उसने मुझे उकसाया, लेकिन असल में ऐसा होता है। हालांकि, मैंने जो किया वो ठीक नहीं था। मैंने कहा, ‘सॉरी’।”
45 वर्षीय सांसद ने बताया कि इस घटना ने उन पर खासकर श्रीसंत की बेटी से बातचीत के बाद कैसा असर डाला। उन्होंने कहा, “कई सालों बाद भी मुझे जो बात सबसे ज्यादा चुभती है, वह यह है कि जब मैं उनकी बेटी से मिला और उससे बड़े प्यार से बात कर रहा था तो उसने कहा, ‘मैं आपसे बात नहीं करना चाहती। आपने मेरे पिता को मारा है।’ मेरा दिल टूट गया और मैं रोने लगा। मैं खुद से पूछ रहा था कि मैंने उस पर क्या प्रभाव छोड़ा है? वह मुझे बुरी नजर से देख रही होगी, है ना? वह मुझे उसी आदमी के रूप में देखती है, जिसने उसके पिता को मारा था। मुझे बहुत बुरा लगा। मैं अब भी उनकी बेटी से माफी मांगता हूं कि मैं कुछ नहीं कर सकता। मैं उससे कहता रहता हूं, ‘लेकिन अगर मैं कुछ ऐसा कर सकता हूं जिससे तुम्हें अच्छा लगे और तुम्हें लगे कि मैं उस तरह का इंसान नहीं हूं, तो कृपया मुझे बताएं।’ काश जब वह बड़ी हो जाए, तो वह मुझे उसी नजर से न देखे। और सोचे कि उसके अंकल हमेशा उसके साथ रहेंगे और उसे हर संभव मदद देंगे। इसलिए मैं उस चैप्टर को मिटा देना चाहता हूं।”